राकांपा (एसपी) नेता पर भाजपा विधायक की टिप्पणी से विवाद, पवार ने मुख्यमंत्री को फोन किया
नेत्रपाल नरेश
- 19 Sep 2025, 04:19 PM
- Updated: 04:19 PM
मुंबई, 19 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर की राकांपा (एसपी) के नेता जयंत पाटिल और उनके माता-पिता के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी से विपक्षी दल के सदस्यों में नाराजगी है और इसकी वजह से विपक्षी दल के अध्यक्ष शरद पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को फोन कर अपनी असहमति दर्ज कराई।
पडलकर ने संबंधित टिप्पणी हाल में सांगली जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र जत में एक रैली के दौरान की थी। इससे उत्पन्न विवाद के बीच फडणवीस ने भी आपत्ति व्यक्त की और विधायक को संयम बरतने की सलाह दी।
टिप्पणी के विरोध में राकांपा (एसपी) ने पाटिल के निर्वाचन क्षेत्र सांगली के ईश्वरपुर तथा ठाणे में भी प्रदर्शन किया और पडलकर का पुतला जलाया।
पाटिल हाल तक राकांपा (एसपी) के प्रदेश प्रमुख थे और वह कई वर्षों तक मंत्री रहे हैं। वह दिवंगत राजाराम पाटिल के पुत्र हैं, जो कांग्रेस के दिग्गज नेता होने के साथ ही पश्चिमी महाराष्ट्र में सहकारिता क्षेत्र के अग्रदूतों में से एक थे।
शरद पवार ने मुख्यमंत्री फडणवीस से फोन पर बात की और पडलकर की टिप्पणियों पर असंतोष व्यक्त किया।
राकांपा सूत्रों ने बताया कि कोल्हापुर के दौरे पर पहुंचे पवार ने सुबह फडणवीस से बात की।
पवार ने फडणवीस से कहा, ‘‘ऐसी टिप्पणियां करना महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है। महाराष्ट्र ने हमेशा प्रगतिशील विचारों का समर्थन किया है। ऐसी टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं।’’
उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले पर गौर करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बाद में पत्रकारों से कहा कि वह भी पडलकर की टिप्पणियों से सहमत नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पडलकर युवा और आक्रामक हैं तथा कई बार उन्हें समझ नहीं आता कि उनकी टिप्पणियों के क्या परिणाम होंगे। मैंने उनसे बात की और उन्हें संयम बरतने को कहा। मैंने शरद पवार से भी कहा, जिन्होंने सुबह मुझसे बात की थी कि मैं ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करता।’’
राकांपा (एसपी) ने पडलकर की टिप्पणी की निंदा करने के लिए ईश्वरपुर में प्रदर्शन किया।
ठाणे में प्रदर्शन का नेतृत्व विधायक जितेंद्र आव्हाड ने किया। भाजपा विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला फूंका।
विरोध प्रदर्शन के बाद आव्हाड ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह सिर्फ़ जयंत पाटिल का मामला नहीं है। यह महाराष्ट्र की राजनीति में विमर्श के स्तर का मामला है। भाजपा को ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए और पडलकर के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करती है तो उसे ऐसी गंदगी को बढ़ावा देने वाली पार्टी माना जाएगा।’’
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि पडलकर ने सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने उनको ठाणे जाकर पार्टी कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करने की चुनौती दी।
भाषा नेत्रपाल