वायनाड में प्रियंका के दौरे के बीच दो आत्महत्याओं के चलते कांग्रेस बचाव की मुद्रा में दिखी
संतोष माधव
- 13 Sep 2025, 08:37 PM
- Updated: 08:37 PM
वायनाड, 13 सितंबर (भाषा) केरल के पहाड़ी जिले वायनाड में पार्टी के दो कार्यकर्ताओं की कथित आत्महत्याओं (एक पिछले साल और दूसरी एक दिन पहले) ने केरल में विपक्षी कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है। यह ऐसे समय में विशेष रूप से नुकसानदेह है जब कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी अपने निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद हैं।
वायनाड के मुल्लानकोली में एक स्थानीय पार्टी कार्यकर्ता की कथित आत्महत्या के एक दिन बाद जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के पूर्व कोषाध्यक्ष एन एम विजयन की बहू ने कथित तौर पर अपनी कलाई काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
पुलिस ने बताया कि पद्मजा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और अब उनकी हालत स्थिर है।
उन्होंने खुदकुशी का यह प्रयास मीडिया को यह बताने के कुछ घंटों बाद किया कि पिछले साल विजयन की मृत्यु के बाद पार्टी द्वारा वादा की गई वित्तीय सहायता अभी तक नहीं मिली है। एक त्रासदी में विजयन के साथ उनके बेटे जिजेश की भी जान चली गई थी।
अठहत्तर वर्षीय विजयन और उनके 38 वर्षीय बेटे ने कथित तौर पर कर्ज में डूबने के कारण जहर खा लिया था। परिवार का दावा है कि उन्होंने पार्टी गतिविधियों के लिए भारी कर्ज लिया था और चुका ना पाने पर उन्होंने आत्महत्या कर ली।
घटना के बाद कांग्रेस ने देनदारियों की जिम्मेदारी लेने का आश्वासन दिया था। लेकिन पद्मजा ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि परिवार पर अब भी दो करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है, जिसमें से 20 लाख रुपये से भी कम का भुगतान किया गया है।
पद्मजा ने कहा, ‘‘मेरे ससुर ने निजी कामों के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की जरूरतों के लिए कर्ज लिया था। पार्टी ने सभी देनदारियों का भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन अब वह अपने वादे से मुकर गई है। मेरे पति तनाव के कारण अस्पताल में हैं। मैं अधिक देर तक प्रतीक्षा नहीं कर सकती।’’ उन्होंने आगे कहा कि परिवार डीसीसी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने और मुख्यमंत्री को याचिका देने की योजना बना रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राजमोहन उन्नीथन ने कहा कि विजयन की मौत की पार्टी जांच अभी जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘जब यह पूरी हो जाएगी, तो पैसे का भुगतान कर दिया जाएगा। जब जांच लंबित है, तो पार्टी भुगतान कैसे कर सकती है?’’
इस बीच, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मुल्लांकोली पंचायत के पार्षद जोस नेल्लेदम की हालिया आत्महत्या ने पार्टी को और शर्मसार कर दिया है।
नेल्लेदम शुक्रवार को अपने घर के पास एक तालाब में मृत पाए गए थे। नेल्लेदम ने कथित तौर पर जहर खा लिया था और अपनी कलाई काट ली थी।
नेल्लेदम की मृत्यु के बाद एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में नेल्लेदम ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि साथी नेता कनट्टुमालयिल थंकचन की गिरफ्तारी के सिलसिले में उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
थंकचन को उनके घर से कथित तौर पर शराब और विस्फोटक बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 13 दिन बाद जब पता चला कि यह प्रतिबंधित सामान किसी अन्य पार्टी कार्यकर्ता ने रखा था, तो उन्हें रिहा कर दिया गया।
नेल्लेदम ने स्वीकार किया कि उसने पुलिस को प्रतिबंधि सामान के बारे में सूचना दी थी, लेकिन उसने जोर देकर कहा कि उसे झूठे तौर पर साजिशकर्ता बताया गया है।
उसने वीडियो में कहा, ‘‘उन्होंने मेरा खून देखने और मेरे बच्चों का भविष्य बर्बाद करने के लिए आरोप लगाए। मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता।’’
वायनाड डीसीसी अध्यक्ष एनडी अप्पाचन ने कहा कि चूंकि पुलिस को नेल्लेदम के घर से एक सुसाइड नोट मिला है, इसलिए उस पत्र की सामग्री जनता के सामने आनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कुछ गड़बड़ी का शक है। पुलपल्ली पुलिस ने बिना कोई जांच किए थंकाचन को रिमांड पर ले लिया। हमें पुलिस की कार्रवाई में कुछ राजनीतिक मंशा होने का शक है।’’
इस बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) वायनाड के आंतरिक मुद्दों को लेकर कांग्रेस के खिलाफ उतर आई है।
मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने कहा कि केरल में कांग्रेस माफिया बन गई है। उन्होंने कहा, ‘‘हत्या, आत्महत्या के लिए उकसाना, खुलेआम हिंसक घटनाएं, गर्भपात - यही सब आज कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करता है। अब खबरें आ रही हैं कि वायनाड के दिवंगत पूर्व डीसीसी कोषाध्यक्ष एनएम विजयन की बहू ने भी आत्महत्या का प्रयास किया है।’’
मंत्री ने अपने बयान में विजयन और नेल्लेदम की आत्महत्या का हवाला दिया।
भाषा संतोष