उत्तराखंड सरकार ने रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण को मसूरी में नाममात्र किराये पर दी जमीन : यशपाल आर्य
रवि कांत रवि कांत माधव
- 13 Sep 2025, 08:25 PM
- Updated: 08:25 PM
देहरादून, 13 सितंबर (भाषा) उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने राज्य सरकार पर मसूरी में 142 एकड़ जमीन योगगुरु रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण की एक कंपनी को एक करोड़ रुपये के मामूली वार्षिक किराये पर देने का आरोप लगाया है।
इस जमीन की कीमत 30,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
आर्य ने इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) अथवा सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली समिति से कराने की मांग की है।
आर्य ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में यह भी दावा किया कि जॉर्ज एवरेस्ट एस्टेट की यह जमीन बालकृष्ण की कंपनी राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड को एक करोड़ रुपये सालाना किराये की दर से 15 साल की अवधि के लिए दी गई है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इसे पहले सरकार ने एशियाई विकास बैंक से 23 करोड़ रुपये का ऋण लेकर इस जमीन का सौंदर्यीकरण का कार्य किया था।
आर्य ने कहा, ‘‘सरकार ने पहले तो एशियाई विकास बैंक (एडीबी) से मिले ऋण में से 23 करोड़ रुपये अरबों रुपये की जमीन के सौंदर्यीकरण पर खर्च कर दिए और फिर इसे एक निजी कंपनी को 15 साल के लिए दे दिया, ताकि उसे (सरकार) किराये के रूप में सिर्फ 15 करोड़ रुपये मिल सकें। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह कैसा विकास मॉडल है, यह तो सरकार और उत्तराखंड पर्यटन विभाग के सक्षम अधिकारी ही बता सकते हैं।’’
आर्य ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन बोर्ड ने मसूरी में रोमांचक पर्यटन के लिए एक निविदा जारी की, जिसमें विजेता कंपनी को 142 एकड़ क्षेत्र में संग्रहालय, वेधशाला, कैफेटेरिया, खेल क्षेत्र, पार्किंग आदि के प्रबंधन की जिम्मेदारी मिलनी थी। निविदा 2022-23 में जारी की गई थी।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राजस एयरोस्पोर्ट्स ने मात्र एक करोड़ रुपये प्रति वर्ष के किराये पर निविदा हासिल की, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाली कंपनियां भी बालकृष्ण की ही थीं।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जॉर्ज एवरेस्ट एस्टेट में पर्यटन गतिविधियों के लिए आवंटन प्रक्रिया को वैध बताया और दावा किया कि आवंटित स्थल के आसपास लोगों की आवाजाही निर्बाध जारी है।
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