राजग के दो मंत्री और भाजपा नेताओं पर प्रशांत किशोर का हमला
कैलाश नरेश
- 19 Sep 2025, 08:39 PM
- Updated: 08:39 PM
पटना, 19 सितंबर (भाषा) जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को आश्चर्य जताया कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को 10वीं की परीक्षा पास किए बिना डी-लिट की डिग्री कैसे मिल गई।
किशोर ने जदयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि पिछले तीन सालों में संदिग्ध और अवैध तरीकों से 200 करोड़ रूपये की ज़मीन खरीदी है।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व चुनाव रणनीतिकार किशोर ने राज्य की राजग सरकार के नेताओं पर निशाना साधा और आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने आरोप लगाया, “राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी अधिक भ्रष्ट हैं। राजद अपने नेताओं की गलतियों की वजह से सत्ता से बाहर हुआ।’’
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “सम्राट चौधरी, नाम बदलने में माहिर हैं। वह 1998 में एक हत्या के मामले में दोषी थे लेकिन बाद में नाबालिग निकलने पर उन्हें रिहा कर दिया गया। सम्राट यह भी दावा करते हैं कि उनके पास अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय से डी-लिट की डिग्री है। लेकिन सवाल यह है कि उन्होंने दसवीं पास कब की? या नहीं की।”
किशोर ने कहा कि चौधरी, जो अभी विधान परिषद सदस्य हैं, ने अपने चुनावी हलफनामे में यह दावा किया है कि उनके पास डी-लिट डिग्री है।
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड ने 1998 के हत्या मामले की सुनवाई के दौरान अदालत में दायर हलफनामे में कहा था कि उन्होंने दसवीं कक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी। 2010 के चुनावी हलफनामे में उन्होंने खुद को सातवीं पास बताया था। फिर बाद में उन्होंने डी-लिट की डिग्री का दावा कैसे कर दिया?’’
प्रशांत किशोर ने कहा किा चुनाव आयोग को उनसे दसवीं पास का प्रमाणपत्र मांगना चाहिए।
उन्होंने यह भी दावा किया कि सम्राट चौधरी ने कई बार नाम बदला, “पहले राकेश कुमार, फिर राकेश कुमार मौर्य, सम्राट कुमार मौर्य और अब सम्राट चौधरी।”
किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने अशोक चौधरी जैसे "भ्रष्ट नेता" को मंत्री बनाया।
जन स्वराज पार्टी के नेता ने आरोप लगाया, “अशोक चौधरी ने पिछले तीन वर्षों में लगभग 200 करोड़ रुपये की संपत्ति अवैध और संदिग्ध तरीकों से खरीदी है। उन्होंने यह जमीन अपनी बेटी (जो लोकसभा सांसद हैं) और पत्नी के नाम पर खरीदी है।”
उन्होंने दावा किया कि उनके पास इस बात के साक्ष्य हैं कि अशोक चौधरी की पत्नी के खातों के जरिए धन को पटना स्थित एक ट्रस्ट में भेजा गया जो उनकी बेटी के ससुराल पक्ष से जुड़ा हुआ है। किशोर ने कहा कि उनकी बेटी की सगाई के तुरंत बाद इस फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
इस संबंध में सम्राट चौधरी और अशोक चौधरी से बार-बार प्रयासों के बावजूद प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
पश्चिम चंपारण से भाजपा सांसद संजय जायसवाल को घेरते हुए किशोर ने कहा, “उनकी लोकसभा सीट पर उनकी मां के नाम पर एक पेट्रोल पंप है। उस पंप पर स्थानीय नगर निगम को अधिक कीमत पर फर्जी बिल जारी करने के आरोप हैं। मैं कहता हूं कि वे ‘पेट्रोल चोर’ हैं और उन्हें मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाने बंद करने चाहिए।”
भाषा कैलाश