पूर्वोत्तर को विमानन केन्द्र बनाने का सरकार का दृष्टिकोण : केन्द्रीय विमानन मंत्री नायडू
राखी माधव
- 04 Sep 2025, 07:02 PM
- Updated: 07:02 PM
ईटानगर, चार सितंबर (भाषा) केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार का दृष्टिकोण पूर्वोत्तर को भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया को जोड़ने वाला साजो-सामान और विमानन केन्द्र बनाने का है।
तीसरे 'पूर्वोत्तर विमानन शिखर सम्मेलन एवं क्षेत्रीय मंत्री सम्मेलन' को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि वर्ष 2014 में जहां क्षेत्र में केवल नौ हवाई अड्डों का परिचालन किया जाता था, वहीं आज यह संख्या 16 तक पहुंच गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2047 तक भारत में 350 से अधिक हवाई अड्डे संचालित होंगे और इस विकास में पूर्वोत्तर केंद्र में होगा।’’
नायडू ने कहा, "विमानों की आवाजाही 2014 में 51 हजार से बढ़कर 2024 में 96 हजार से ज्यादा हो गई जो हवाई यात्रा की मांग में तेजी और यात्रियों के भरोसे को दर्शाता है।"
उन्होंने कहा कि गुवाहाटी से अंतरराष्ट्रीय यातायात पिछले एक साल में पांच गुना बढ़ा है, जिसका बड़ा कारण थाईलैंड की ओर जानी वाली नयी अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं हैं।
नायडू ने कहा कि उड़ान क्षेत्रीय संपर्क योजना को संशोधित रूप में अगले 10 वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया है। उन्होंने इसे "क्षेत्रीय विमानन विकास का सबसे बड़ा उत्प्रेरक" बताया।
उन्होंने बताया कि 2016 में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 700 से अधिक नए मार्गों को जोड़ा गया है, जिनमें उत्तर-पूर्व के दुर्गम इलाके भी शामिल हैं।
इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री बालो राजा ने केंद्र से राज्य में हवाई पहुंच मजबूत करने की अपील की। उन्होंने तेजू हवाई अड्डा और जीरो, आलो, पासीघाट, तुतिंग, वालोंग, विजय नगर और मचुका जैसे एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) पर रनवे विस्तार और इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम की आवश्यकता बताई।
उन्होंने सुरक्षा के लिहाज से डोनी पोलो और तेजू हवाई अड्डों पर सीआईएसएफ कर्मियों की तत्काल तैनाती की भी मांग की।
वर्तमान में इन हवाई अड्डों की सुरक्षा राज्य पुलिस के हवाले है।
राजा ने कहा, "हवाई अड्डे की सुरक्षा अत्यधिक विशिष्ट है। हमारे पुलिसकर्मी अन्य उद्देश्यों के लिए प्रशिक्षित हैं। मंत्रालय से अनुरोध है कि वह उचित आवास सुविधाओं के साथ सीआईएसएफ कर्मियों की शीघ्र तैनाती पर विचार करे।"
अरुणाचल मंत्री ने स्वास्थ्य जरूरतों को देखते हुए पूर्वोत्तर में हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा।
मंत्री ने विमानन के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।
सम्मेलन में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदोमा, असम के मंत्री जोगेन मोहन, सिक्किम के पर्यटन मंत्री शेरिंग थेंडुप भूटिया, राज्य के मुख्य सचिव मनीष कुमार गुप्ता, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष विपिन कुमार समेत पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के अधिकारी और विमानन प्रतिनिधि मौजूद थे।
भाषा राखी