जुबिन सिंगापुर में सिर्फ महोत्सव में शामिल होने नहीं, बल्कि विश्राम करने भी आए थे : आयोजक
सुमित दिलीप
- 20 Sep 2025, 06:05 PM
- Updated: 06:05 PM
गुवाहाटी, 20 सितंबर (भाषा) लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग सिंगापुर केवल ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ (एनआईईएफ) में भाग लेने के लिये नहीं, बल्कि विश्राम करने के लिए भी आए थे। यह दावा मुख्य आयोजक श्यामकनु महंता ने किया है।
तीन दिवसीय यह महोत्सव शुक्रवार से शुरू होने वाला था, लेकिन समुद्र में बिना लाइफ जैकेट के तैरते समय गायक की मृत्यु हो जाने के कारण इसे रद्द कर दिया गया।
महंता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, “जुबिन ने महोत्सव की आयोजन टीम से कहा था कि वह सिंगापुर जाना चाहते हैं और हमने उनके होटल में ठहरने की व्यवस्था की थी। वह केवल महोत्सव के लिए नहीं आए थे, बल्कि सिंगापुर में असम एसोसिएशन के सदस्यों के साथ उन्होंने अपने कुछ व्यक्तिगत कार्यक्रम भी तय किए थे।”
उन्होंने बताया कि गर्ग ने अपने गृह राज्य में ही ‘असम एसोसिएशन’ के लोगों से बात की थी और महोत्सव में भाग लेने से पहले उनके साथ सिंगापुर में घूमने और विश्राम करने की योजना बनाई थी। उन्होंने यह भी कहा कि गर्ग कोई पूर्ण संगीत कार्यक्रम देने नहीं जा रहे थे, बल्कि वह केवल वहां के लोगों से मिलना, संवाद करना और उनके लिए कुछ गीत गाना चाहते थे।
महंता ने यह भी बताया कि जुबिन गर्ग अपने पूरे संगीत दल को लेकर नहीं आए थे। महंता ने बताया कि उनके साथ केवल उनके चचेरे भाई संदीपन गर्ग, उनके प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और एक संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी थे।
उन्होंने कहा, “हमने उनसे प्रस्तुति की कोई मांग नहीं की थी, लेकिन चाहे वह भारत में हो या विदेश में जुबिन हमेशा हमारे आयोजनों में शामिल होते थे। उन्हें लगता था कि पूर्वोत्तर भारत के एक प्रमुख प्रतिनिधि के रूप में उनका यह कर्तव्य है कि वह इस क्षेत्र की सकारात्मक छवि को हर मंच से प्रस्तुत करें।”
महंता ने यह भी दावा किया कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर झूठी बातें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जुबिन गर्ग अपनी इच्छा से सिंगापुर आए थे। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो प्रसारित हो रहे हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि उन्होंने सिंगापुर में पहले ही प्रस्तुति दी थी, जबकि यह गलत है। हमारा कार्यक्रम शुक्रवार से शुरू होने वाला था और दुर्घटना से पहले उन्होंने किसी भी कार्यक्रम में भाग नहीं लिया था।”
महंता ने कहा कि आयोजकों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि जुबिन और उनकी टीम के सदस्य ‘असम एसोसिएशन’ के सदस्यों के साथ नौका यात्रा पर गए थे।
उन्होंने बताया, “हम होटल में विभिन्न पक्षों के साथ लगातार बैठकों में व्यस्त थे, जो दुर्घटना स्थल से काफी दूर था। तभी हमें यह खबर मिली और हम तुरंत सिंगापुर जनरल अस्पताल पहुंचे।”
महंता ने कहा, ‘‘असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भी कहा है कि दुर्घटना के समय मैं (महंता) जुबिन गर्ग के साथ नहीं था।’’
महंता ने यह भी कहा कि एक और गलत धारणा फैलाई जा रही है कि एनआईईएफ कोई व्यावसायिक आयोजन है, जबकि यह पूरी तरह से झूठ है।
महंता के अनुसार, ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ का उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत को दक्षिण-पूर्व एशिया से जोड़ना है, ताकि इस क्षेत्र के उद्योग, व्यापार, पर्यटन और कृषि उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जब उन्होंने थाईलैंड में महोत्सव का आयोजन किया, तो उसके बाद गुवाहाटी और बैंकॉक के बीच सीधी उड़ान की शुरुआत हुई थी।
उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य ‘आसियान’ (दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन) देशों में पूर्वोत्तर भारत के उत्पादों के लिए एक नया बाजार तैयार करना है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ के तहत आता है। महंता ने कहा कि इस आयोजन में केवल असम ही नहीं, बल्कि अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री और उद्यमी भी भाग लेते हैं और वास्तव में असम से अधिक भागीदारी अन्य राज्यों की होती है।
भाषा सुमित