ओडिशा: उर्वरक संकट पर विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही सोमवार सुबह तक स्थगित
जितेंद्र माधव
- 20 Sep 2025, 09:24 PM
- Updated: 09:24 PM
भुवनेश्वर, 20 सितंबर (भाषा) ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही मानसून सत्र के तीसरे दिन शनिवार को विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) के राज्य में चालू खरीफ सीजन के दौरान उर्वरक संकट को लेकर विरोध प्रदर्शन के कारण नहीं हो सकी।
बीजद विधायकों ने राज्य भर में उर्वरक की कथित कमी को लेकर विधानसभा में हंगामा किया, जिसके कारण अध्यक्ष ने कार्यवाही सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी।
पार्टी विधायक राज्य में उर्वरक संकट और किसानों की दुर्दशा को दर्शाने वाली तख्तियां व बैनर लिए हुए सदन के बीचोंबीच पहुंच गए और इस मुद्दे पर पूर्ण चर्चा की मांग करने लगे।
इस बीच, सदन में पूर्व विधायक जॉर्ज तिर्की को श्रद्धांजलि दी गई।
तिर्की का शुक्रवार रात निधन हो गया था।
विपक्षी सदस्य राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी करते रहे और किसानों की दुर्दशा के लिए सत्तारूढ़ दल को जिम्मेदार ठहराया।
विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने हंगामे के कारण शुरू में सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी।
भोजनावकाश के बाद कार्यवाही लगभग चार मिनट तक चली, जिसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही सोमवार पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। बीजद सदस्यों ने अध्यक्ष से प्रश्नकाल सहित सदन की सभी कार्यवाही रद्द करने और राज्य में कथित उर्वरक की कमी पर विस्तृत चर्चा कराने की मांग की।
उन्होंने दावा किया कि उर्वरक की कथित कमी कालाबाजारी और जमाखोरी के कारण है।
विधानसभा में बीजद के उपनेता प्रसन्न आचार्य के नेतृत्व में बीजद विधायक सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद शनिवार शाम राजभवन पहुंचे और राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की मांग की।
आचार्य ने कहा, “हमने राज्य में उर्वरक संकट के बारे में राज्यपाल से पहले भी मुलाकात की थी लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब हम विधानसभा में इस मुद्दे पर दिन भर विस्तृत चर्चा करना चाहते थे, तो इसकी अनुमति नहीं दी गई।”
उन्होंने आरोप लगाया कि कालाबाज़ारी के कारण किसान ऊंची कीमत पर उर्वरक खरीदने को मजबूर हैं।
आचार्य ने मीडियाकर्मियों से कहा, “हमने राज्यपाल को राज्य में मौजूदा उर्वरक संकट से अवगत करा दिया है।”
भाजपा विधायक इराशीष आचार्य ने कार्यवाही में व्यवधान के लिए विपक्षी बीजद और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
भाजपा विधायक ने सदन के बाहर दावा किया, “जब बीजद विधायक सदन के बीचों-बीच धरना दे रहे थे, तब कांग्रेस सदस्य अपनी सीट पर खड़े थे। विपक्षी दल सदन में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहते। अध्यक्ष ने उर्वरक मुद्दे पर चर्चा के लिए कांग्रेस का नोटिस पहले ही स्वीकार कर लिया है, लेकिन बीजद ने इसे अस्वीकार कर दिया।”
प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि पार्टी किसानों की समस्याओं पर पूर्ण चर्चा की मांग कर रही है क्योंकि आवश्यक उर्वरक न मिलने के कारण किसान सड़कों पर बैठे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा सरकार पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध कराने में विफल रही है।”
इस बीच, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पूर्व विधायक जॉर्ज तिर्की के साथ अपने संबंधों को याद किया।
विधानसभा के सदस्यों ने तिर्की को श्रद्धांजलि देते हुए एक मिनट का मौन भी रखा।
भाषा जितेंद्र