गिद्दरबाहा में अमृता की हार पर मनप्रीत बादल ने कहा, लोग वडिंग का ‘अहंकार’ तोड़ना चाहते थे
आशीष नरेश
- 24 Nov 2024, 10:15 PM
- Updated: 10:15 PM
चंडीगढ़, 24 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनप्रीत सिंह बादल ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की पत्नी अमृता के उपचुनाव में हार पर रविवार को कहा कि गिद्दरबाहा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता वडिंग का ‘‘अहंकार’’ तोड़ना चाहते थे।
मनप्रीत ने कहा कि वह हमेशा गिद्दडरबाहा विधानसभा क्षेत्र के लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार हरदीप सिंह डिम्पी ढिल्लों ने गिद्दडरबाहा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वडिंग को 21,969 मतों के अंतर से हराया।
गिद्दडरबाहा सीट पर भाजपा उम्मीदवार मनप्रीत बादल अपनी जमानत भी गंवा बैठे और 12,227 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
मनप्रीत ने रविवार को फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में गिद्दडरबाहा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि उपचुनाव के नतीजे उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख पर कटाक्ष करते हुए मनप्रीत ने कहा, ‘‘राजा वडिंग की संपत्ति भी (उनकी पत्नी को चुनावी हार से) नहीं बचा सकी। जब से राजा वडिंग गिद्दरबाहा के विधायक बने, तब से गिद्दडरबाहा में उनके दो बयान गूंजते रहे-एक यह कि वह गरीब परिवार से हैं और दूसरा यह कि वह अनाथ हैं। मैं चाहता हूं कि पंजाब के हर गरीब व्यक्ति के पास राजा वडिंग जितनी संपत्ति हो।’’
उन्होंने कहा कि राजा वडिंग हमेशा बादल परिवार की विरासत की राजनीति की आलोचना करते रहे हैं। मनप्रीत ने कांग्रेस द्वारा राजा वडिंग की पत्नी अमृता को गिद्दरबाहा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘लेकिन जब उनकी बारी आई तो उन्होंने (कांग्रेस) टिकट अपने परिवार के पास ही रख लिया।’’
मनप्रीत ने कहा कि उन्होंने गिद्दडरबाहा में हजारों लोगों से मुलाकात की और लोगों ने उनसे कहा कि वे 2027 के विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से उनके (मनप्रीत) लिए वोट करेंगे। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘लोगों ने कहा कि इस बार वे राजा वडिंग के अहंकार को तोड़ना चाहते हैं।’’
मनप्रीत बादल ने आप के ढिल्लों को गिद्दरबाहा सीट पर जीत के लिए बधाई दी और उनसे चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करने को कहा।
राजा वडिंग ने 2012, 2017 और 2022 में गिद्दरबाहा सीट पर जीत हासिल की थी। मनप्रीत बादल ने 1995, 1997, 2002 और 2007 में शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर गिद्दडरबाहा सीट का प्रतिनिधित्व किया।
भाषा आशीष