कॉलेजियम ने दिल्ली के मुख्य न्यायाधीश को शीर्ष अदालत में पदोन्नत करने की सिफारिश की : सूत्र
राजकुमार रंजन
- 28 Nov 2024, 07:32 PM
- Updated: 07:32 PM
नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाष) उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने केंद्र से दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मनमोहन को संभवत: शीर्ष अदालत में पदोन्नत करने की सिफारिश की है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उच्चतम न्यायालय के सूत्रों ने बताया कि प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना की अगुवाई वाले पांच सदस्यीय कॉलेजियम ने हाल में एक बैठक की एवं न्यायमूर्ति मनमोहन को उच्चतम न्यायालय में पदोन्नत करने की सिफारिश करने का निर्णय किया।
इस कॉलेजियम के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति बी आर गवई, न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायमूर्ति हरिकेश रॉय और न्यायमूर्ति ए एस ओका शाामिल हैं।
उच्चतम न्यायालय में फिलहाल प्रधान न्यायाधीश समेत 32 न्यायाधीश हैं। शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की मान्य संख्या 34 है।
न्यायमूर्ति हीमा कोहली और पूर्व प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के सेवानिवृत होने के बाद शीर्ष अदालत में दो रिक्तियां हो गयी हैं।
न्यायमूर्ति मनमोहन ने 29 सितंबर को दिल्ली उच्च न्यायालय के 32 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी । उससे पहले नौ नवंबर, 2023 को उन्हें इसी न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
न्यायमूर्ति मनमोहन (61) दिवंगत जगमोहन के बेटे हैं। जगमोहन नौकरशाह थे और बाद में राजनीति में आ गये थे। जगमोहन ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल और दिल्ली के उपराज्यपाल के रूप में अपनी सेवायें दी थी।
न्यायमूर्ति मनमोहन को 13 मार्च, 2008 को दिल्ली उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और 17 दिसंबर, 2009 को उन्हें स्थायी न्यायाधीश बनाया गया था। जब उन्हें अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था, तब वह वरिष्ठ अधिवक्ता थे।
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की थी और वह 1987 में वकील के रूप में पंजीकृत हुए थे।
भाषा
राजकुमार