अजमेर मामले पर विपक्ष ने कहा: नफरत का माहौल पैदा करने का प्रयास
हक हक रंजन
- 28 Nov 2024, 07:43 PM
- Updated: 07:43 PM
नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) विपक्ष के कई नेताओं ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि अजमेर शरीफ दरगाह के सर्वेक्षण की मांग से जुड़ा पूरा मामला देश में नफरत का माहौल पैदा करने का प्रयास है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उनसे पहले के सभी प्रधानमंत्रियों ने अजमेर दरगाह के चादर पेश की है।
अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए एक वाद स्थानीय अदालत में दायर किया गया है। अदालत ने बुधवार को वाद को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया और अजमेर दरगाह समिति, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
ओवैसी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अजमेर में दरगाह 800 वर्षों से है। देश का हर प्रधानमंत्री 'उर्स' के दौरान दरगाह के लिए चादर पेश करता है। पड़ोसी देशों के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल वहां जाते हैं, दुनिया भर से भारतीय प्रवासी दरगाह पर जाते हैं... अब अचानक आप इस मुद्दे को उठा रहे हैं...।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह सब कहां रुकेगा? पूजा स्थल अधिनियम, 1991 का क्या होगा?’’
पूजा स्थल अधिनियम 1991 में कहा गया है कि 15 अगस्त 1947 तक अस्तित्व में रहे सभी धार्मिक स्थलों में कोई बदलाव नहीं होगा।
ओवैसी ने आगे कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी क्या कहेंगे? जिस दरगाह पर उन्होंने चादर चढ़ाई, वह दरगाह नहीं है? एएसआई क्या कहेगा?’’
उनका कहना था, ‘‘यह देश को अस्थिर करने के लिए किया जा रहा है... मैं बार-बार कह रहा हूं कि ये चीजें देश के पक्ष में नहीं हैं। ये लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा, आरएसएस से जुड़े हुए हैं... इससे कोई इनकार नहीं कर सकता।’’
समाजवादी पार्टी के रामपुर से सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी ने कहा कि अजमेर दरगाह को लेकर याचिका अफसोसनाक है।
उन्होंने कहा, ‘‘2024 (लोकसभा) चुनाव नतीजों के बाद कुछ लोग अपना आपा खो बैठे हैं क्योंकि उन्हें बहुमत नहीं मिला। ये लोग बहुसंख्यककों को खुश करने के लिए एक विशेष समुदाय को निशाना बनाना चाहते हैं। यह उनकी गलतफहमी है।’’
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि देश में नफरत का माहौल पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि पहले संभल में किया गया और अब अजमेर में किया जा रहा है।
मसूद ने कहा, ‘‘भाजपा और सरकार को सोचना चाहिए, इस देश को नफरत से नहीं चलाया जा सकता, आप 25 करोड़ लोगों को दरकिनार नहीं कर सकते। उनके योगदान के बिना देश का विकास कैसे होगा? नफरत पैदा करके आपकी पार्टी मजबूत हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं है।’’
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