पंजाब: वड़िंग और रंधावा को झटका, गिद्दड़बाहा और डेरा बाबा नानक से उनकी पत्नियां हारीं
नोमान माधव
- 23 Nov 2024, 08:56 PM
- Updated: 08:56 PM
चंडीगढ़, 23 नवंबर (भाषा) पंजाब में हुए उपचुनाव के नतीजे प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर रंधावा के लिए बड़ा झटका हैं, क्योंकि उनकी पत्नियां क्रमश: गिद्दड़बाहा और डेरा बाबा नानक सीट से हार गईं। इन क्षेत्रों को वडिंग और रंधावा का गढ़ माना जाता था।
राजा वड़िंग ने दावा किया कि उपचुनावों से दूर रहने वाले शिरोमणि अकाली दल के वोट का दोनों सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) की ओर जाना उनकी हार के कारणों में से एक है।
पंजाब की सत्तारूढ़ पार्टी ‘आप’ ने गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल विधानसभा क्षेत्रों पर कब्जा जमाया है, जबकि कांग्रेस ने बरनाला सीट जीत ली।
राजा वड़िंग की पत्नी एवं कांग्रेस प्रत्याशी अमृता वड़िंग ‘आप’ उम्मीदवार हरदीप सिंह डिम्पी ढिल्लों से 21,969 मतों के अंतर से हार गईं।
ढिल्लों को 71,644 वोट मिले जबकि अमृता को 49,675 मत हासिल हुए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार और पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को 12,227 वोट मिले।
‘आप’ ने गिद्दड़बाहा में कांग्रेस के गढ़ को भेदने में कामयाबी हासिल की, जिसका प्रतिनिधित्व 2012, 2017 और 2022 में राजा वड़िंग ने किया था।
संसदीय चुनावों में लुधियाना सीट से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद राजा वड़िंग ने गिद्दड़बाहा के विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था।
ढिल्लों पहले शिरोमणि अकाली दल में थे और 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में राजा वड़िंग ने उन्हें हराया था।
अपनी जीत के बाद ढिल्लों ने कहा कि उनकी फतह लोगों के उनके प्रति प्यार का सबूत है।
दूसरी ओर, गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर रंधावा अपने गढ़ को बचाने में विफल रहे और उनकी पत्नी जतिंदर कौर ‘आप’ के गुरदीप सिंह रंधावा से हार गईं।
‘आप’ के गुरदीप सिंह रंधावा ने डेरा बाबा नानक सीट 5,699 मतों के अंतर से जीती।
कांग्रेस और ‘आप’ के बीच कांटे की टक्कर में गुरदीप रंधावा को 59,104 वोट मिले, जबकि कौर को 53,405 मत हासिल हुए। भाजपा उम्मीदवार रवि करण सिंह कहलों को 6,505 वोट मिले और वह तीसरे स्थान पर रहे।
डेरा बाबा नानक को गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा के परिवार के गढ़ के रूप में देखा जाता था क्योंकि उन्होंने 2002, 2012, 2017 और 2022 में इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
‘आप’ के गुरदीप रंधावा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस जीत से सुखजिंदर रंधावा का अहंकार ध्वस्त हो गया है।
भाषा नोमान