हरियाणा में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है: मुख्यमंत्री सैनी
प्रीति नेत्रपाल
- 03 Nov 2024, 08:37 PM
- Updated: 08:37 PM
चंडीगढ़, तीन नवंबर (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कहा कि राज्य में डायअमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) खाद की कोई कमी नहीं है और किसानों को घबराहट में आकर खरीदारी नहीं करनी चाहिए।
सैनी ने ऐसे समय में यह टिप्पणी की है जब विपक्षी कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है कि हरियाणा के कुछ जिलों में किसानों को डीएपी खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि केंद्र ने नवंबर के लिए 1.10 लाख मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक आवंटित किया है।
मुख्यमंत्री सैनी ने यहां कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ डीएपी खाद की उपलब्धता की समीक्षा की।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘राज्य में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है और घबराहट में खरीदारी करने की कोई जरूरत नहीं है।’’
प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में रविवार तक के आंकड़ों के अनुसार 24,000 मीट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध है तथा किसानों को प्रतिदिन उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए एक योजना तैयार की गई है।
कांग्रेस ने कुछ दिन पहले दावा किया था कि राज्य के कई जिलों में किसानों को गेहूं और अन्य फसलों की बुवाई के लिए डीएपी खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य में कुछ स्थानों पर किसानों की लंबी कतारें देखी गईं और भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस को भी बुलाना पड़ा।
कांग्रेस महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार समय पर उचित कदम उठाने में विफल रही।
उन्होंने आरोप लगाया था कि सरसों, गेहूं और कुछ अन्य फसलों की खेती के लिए आवश्यक डीएपी उर्वरक की कमी के कारण किसानों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है और फिर भी उन्हें अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए पर्याप्त उर्वरक नहीं मिल पा रहा है।
डीएपी में नाइट्रोजन और फास्फोरस होता है, जो सरसों, गेहूं और कुछ अन्य फसलों के लिए पोषक तत्व है।
भाषा प्रीति