रुपया 24 पैसे टूटकर अपने सबसे निचले स्तर 88.35 प्रति डॉलर पर बंद
राजेश राजेश रमण
- 11 Sep 2025, 08:52 PM
- Updated: 08:52 PM
मुंबई, 11 सितंबर (भाषा) अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को 24 पैसे टूटकर 88.35 के अबतक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। भारत और अमेरिका के बीच शुल्क मुद्दे पर जारी विवाद का घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मुद्रास्फीति के आंकड़े आने से पहले अमेरिकी डॉलर में सुधार और विदेशी पूंजी की लगातार निकासी ने निवेशकों की कारोबारी धारणा को और कमजोर किया। पिछले कुछ सत्रों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने से भी रुपये पर दबाव पड़ा है।
कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के बारे में सकारात्मक संकेत दिए जाने के बाद रुपये में मामूली सुधार के संकेत मिले थे, लेकिन डॉलर मांग और वैश्विक कारकों के कारण रुपये में गिरावट आई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 88.11 प्रति डॉलर के भाव पर खुला और कारोबार के दौरान 88.49 के सर्वकालिक निचले स्तर तक चला गया।
कारोबार के अंत में रुपया 88.35 के ताजा रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 24 पैसे की भारी गिरावट है।
बुधवार को रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से थोड़ा उबरकर 88.11 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इससे पहले एक सितंबर को रुपया कारोबार के दौरान 88.18 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंचा था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘ ...रुपये पर आयात के लिए डॉलर की मजबूत मांग, बाहरी शुल्क संबंधी चिंताओं और अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों और फेडरल रिजर्व की नीति को लेकर बाजार की अपेक्षाओं का दबाव है।’’
भंसाली ने कहा, ‘‘डॉलर सूचकांक भी लगभग 98 के स्तर को छू रहा था जबकि ब्रेंट क्रूड की कीमतें बढ़ने से डॉलर की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी रहीं। पिछले तीन दिन में भारत और अमेरिका के बीच ब्याज दरों के अंतर में वृद्धि के कारण प्रीमियम भी बढ़ रहे थे। शुक्रवार को रुपया 88.25 से 88.75 के बीच रहने की उम्मीद है।’’
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.22 प्रतिशत बढ़कर 97.99 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.32 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक (मुद्रा एवं जिंस) अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर सूचकांक में सुधार और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार निकासी के बीच हमारा अनुमान है कि रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। आयातकों की डॉलर मांग और भारत एवं अमेरिका के बीच जारी शुल्क विवाद से भी रुपये पर दबाव पड़ सकता है। हालांकि, सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार और भारत एवं अमेरिका के बीच नए सिरे से बातचीत रुपये को निचले स्तर पर सहारा दे सकती है।’’
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक (मुद्रा एवं जिंस) अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर सूचकांक में सुधार और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार निकासी के बीच हमारा अनुमान है कि रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। आयातकों की डॉलर मांग और भारत एवं अमेरिका के बीच जारी शुल्क विवाद से भी रुपये पर दबाव पड़ सकता है। हालांकि, सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार और भारत एवं अमेरिका के बीच नए सिरे से बातचीत रुपये को निचले स्तर पर सहारा दे सकती है।’’
घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 123.58 अंक चढ़कर 81,548.73 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 32.40 अंक बढ़कर 25,005.50 अंक पर बंद हुआ।
घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 123.58 अंक चढ़कर 81,548.73 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 32.40 अंक बढ़कर 25,005.50 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 3,472.37 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।
भाषा राजेश राजेश