जनता ने राहुल गांधी को खारिज कर दिया, इसीलिए वह जनादेश को स्वीकार नहीं कर पा रहे: फडणवीस
धीरज दिलीप
- 08 Jun 2025, 06:03 PM
- Updated: 06:03 PM
मुंबई, आठ जून (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों में हार पर आत्मावलोकन करने के बजाय जनादेश को अस्वीकार कर रहे हैं, क्योंकि जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है।
फडणवीस ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ और मराठी दैनिक ‘लोकसत्ता’ में प्रकाशित अपने लेखों में कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता बिहार सहित आगामी विधानसभा चुनावों में होने वाली हार के लिए बहाने तैयार कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने शनिवार को विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित एक लेख और ‘एक्स’ पर किये गए एक पोस्ट में आरोप लगाया था कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ‘‘लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट’’ था और यह ‘‘मैच फिक्सिंग’’ अब बिहार में भी दोहराई जाएगी।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किये गए पोस्ट में गांधी ने चुनाव में कथित अनियमितताओं के बारे में चरणबद्ध तरीके से बताया कि कैसे मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ा गया, मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया, फर्जी मतदान कराया गया और बाद में सबूतों को छिपा दिया गया।
निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अनुकूल परिणाम नहीं मिलने के बाद चुनाव निकाय को बदनाम करना पूरी तरह बेतुका है।
गांधी के दावों के जवाब में फडणवीस ने अपने लेख में कहा कि कांग्रेस नेता लोकतांत्रिक प्रक्रिया और लोगों के जनादेश का लगातार ‘‘अपमान’’ कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया, ‘‘लोगों ने राहुल गांधी को खारिज कर दिया है और इसके बदले में वह लोगों और उनके जनादेश को अस्वीकार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक बार हार स्वीकार कर लेना अधिक विवेकपूर्ण होगा। इस बात पर आत्ममंथन करने की जरूरत है कि आप कहां गलत हैं, लोगों के साथ आपका जुड़ाव क्यों कम है और आपको इसके बारे में क्या करना चाहिए।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता बिहार सहित आगामी विधानसभा चुनावों में मिलने वाली हार के लिए अपने बहाने तैयार कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से मिलकर बने महायुति ने 2024 के महाराष्ट्र चुनावों में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) वाले गठबंधन महाविकास आघाडी को हराकर भारी बहुमत से जीत हासिल की थी।
फडणवीस ने कहा, ‘‘जहां तक महाराष्ट्र चुनाव का सवाल है, यह मूल रूप से महायुति और महा विकास आघाडी के बीच मुकाबला नहीं था। एक और कारक था: भारत जोड़ो अभियान। ‘जोड़ो’ नाम वाले इस अभियान में ‘तोड़ो’ अभियान क्या कर रहा था?’’
उन्होंने दावा किया कि यह न्यायपालिका और निर्वाचन आयोग समेत देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ जनता में गलत धारणाएं पैदा कर रहा था और इस तरह उन्हें देश के खिलाफ लड़ने के लिए उकसा रहा था।
फडणवीस ने कहा कि 1950 से लेकर एक नया कानून बनने तक (पूर्ववर्ती) कांग्रेस सरकारों ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त की सीधे नियुक्ति की।
उन्होंने कहा कि अब तक 26 मुख्य निर्वाचन आयुक्तों में से 25 को सीधे केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समिति का गठन किया, जिसमें विपक्ष के नेता या (विपक्ष में) सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेता को शामिल किया गया।
पिछले साल हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि पर गांधी की आपत्ति का जिक्र करते हुए फडणवीस ने कहा कि युवा मतदाताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। राहुल गांधी ने मतदाताओं की संख्या में वृद्धि को ‘‘फर्जी मतदाता’’ बताया था।
उन्होंने कहा, ‘‘साल 2014 से 2019 के बीच 63 लाख नए मतदाता जुड़े; 2009 से 2014 तक 75 लाख नए मतदाता जुड़े; और 2004 से 2009 तक एक करोड़ नए मतदाता जुड़े। इसका मतलब है कि 2024 में कुछ भी असाधारण नहीं हुआ।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2004 में विधानसभा चुनावों में लोकसभा चुनावों की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक मतदान हुआ था, जबकि 2009 में चार प्रतिशत अधिक, 2014 में तीन प्रतिशत अधिक, 2019 में एक प्रतिशत और 2024 में चार प्रतिशत अधिक मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि इसलिये 2024 में कुछ भी नया नहीं हुआ।
फडणवीस ने कहा, ‘‘मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि का दावा एक बड़ा मजाक है। क्या राहुल गांधी को यह नहीं पता कि शाम पांच से छह बजे तक भी मतदान का समय है और शाम छह बजे तक बूथ पर कतार में मौजूद सभी लोगों को अपना वोट डालने की अनुमति है?’’
उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शाम पांच बजे मतदान का आंकड़ा 60.96 प्रतिशत बताया गया था, जिसे अगले दिन अंतिम तौर पर 66.71 प्रतिशत बताया गया यानी वृद्धि 5.75 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन क्या आप इस तथ्य को छिपा रहे हैं, क्योंकि आपने वह (महाराष्ट्र में लोकसभा)चुनाव जीता था?’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले अंतिम मतदान के आंकड़े देर रात आते थे; अब शाम पांच बजे का आंकड़ा जारी किया जाता है और अंतिम आंकड़ा अगले दिन आता है।
फडणवीस ने कहा कि यह दावा कि राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की जीत वहां हुई, जहां अंतिम समय में मतदान प्रतिशत बढ़ गया, ‘‘और भी हास्यास्पद है’’।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कामठी (महाराष्ट्र की विधानसभा सीट) का उदाहरण दिया। लेकिन मैं वे उदाहरण दूंगा, जो उन्होंने नहीं दिए। माढ़ा में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जहां शरद पवार गुट के उम्मीदवार जीते। वानी में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार जीते। श्रीरामपुर में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जहां कांग्रेस जीती।’’
फडणवीस ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी लगातार लोकतांत्रिक प्रक्रिया और जनादेश का ‘अपमान’ कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने राहुल गांधी को नकार दिया है और बदले में वह लोगों और उनके जनादेश को नकार रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे कांग्रेस पार्टी और भी अधिक गर्त में चली जाएगी। उन्हें इस बात पर आत्मचिंतन करने की जरूरत है कि उनकी अपनी पार्टी के विधायक बयान देकर किसी को भी एक दिन के भीतर उनसे (राहुल से)मिलने का समय लेने की चुनौती क्यों दे रहे हैं। उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार संदेह जताकर वे कौन सा जहर फैला रहे हैं।’’
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में हार से गांधी और उनके सहयोगियों को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि यदि गांधी जनादेश का अपमान करते रहेंगे, तो महाराष्ट्र की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
उन्होंने गांधी पर हमला करते हुए उर्दू का शेर लिखा, ‘‘ ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और मैं आईना साफ करता रहा।’’
भाषा धीरज