महंगाई में नरमी से शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 182 अंक मजबूत
रमण अजय
- 14 May 2025, 06:42 PM
- Updated: 06:42 PM
मुंबई, 14 मई (भाषा) खुदरा महंगाई में नरमी और वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को तेजी रही और चुनिंदा लिवाली से दोनों मानक सूचकांक लाभ में रहे। बीएसई सेंसेक्स जहां 182 अंक मजबूत हुआ, वहीं एनएसई निफ्टी में 88 अंक से अधिक की तेजी रही।
कारोबारियों के अनुसार, इसके अलावा धातु तथा औद्योगिक शेयरों में लिवाली तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह से भी बाजार को समर्थन मिला।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 182.34 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,330.56 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान ऊंचे में यह 81,691.87 अंक तक गया और नीचे में 80,910.03 अंक तक आया।
बीएसई में 2,857 शेयर लाभ में रहे, जबकि 1,121 शेयरों में गिरावट रही। वहीं 147 के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 88.55 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,666.90 अंक पर बंद हुआ।
मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘कारोबार के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन चुनिंदा लिवाली के समर्थन से बाजार अंत में लाभ में रहा। सोमवार की जोरदार तेजी के बाद निवेशक जल्दबाजी में नहीं है। हालांकि, घरेलू बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का प्रवाह आगे चलकर महत्वपूर्ण होगा, लेकिन निवेशकों को चिंता है कि अमेरिका-चीन के बीच शुल्क विवाद के समाधान से चीन के बाजारों में विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी फिर से बढ़ सकती है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में टाटा स्टील में सबसे ज्यादा 3.88 प्रतिशत का लाभ रहा। इसके अलावा इटर्नल, टेक महिंद्रा, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और भारती एयरटेल प्रमुख रूप से लाभ में रहीं।
दूरसंचार कंपनी एयरटेल का शेयर एक प्रतिशत चढ़ा। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही में पांच गुना होकर 11,022 करोड़ रुपये होने से इसके शेयर में तेजी आई।
दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी और पावरग्रिड शामिल हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजित मिश्रा, ने कहा, ‘‘सत्र की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ हुई। बाजार को खुदरा मुद्रास्फीति में नरमी और स्थिर वैश्विक संकेतों जैसे सकारात्मक कारकों का समर्थन मिला। हालांकि, लिवाली की कमी और प्रमुख कंपनियों शेयरों में मिले-जुले प्रदर्शन ने बढ़त को सीमित किया।’’
बीएसई में छोटी कंपनियों से संबंधित स्मॉलकैप सूचकांक में 1.63 प्रतिशत और मझोली कंपनियों के मिडकैप सूचकांक में 1.19 प्रतिशत की तेजी आई।
उल्लेखनीय है कि सब्जियों, फलों एवं दालों की कीमतों में नरमी आने से अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर लगभग छह साल के निचले स्तर 3.16 प्रतिशत पर आ गई। इससे भारतीय रिजर्व बैंक के लिए जून की मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में एक और कटौती की पर्याप्त गुंजाइश बन गई है।
इसके साथ, बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं, विनिर्मित उत्पादों और ईंधन की कीमतों में कमी आने से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति भी अप्रैल में घटकर 13 महीने के निचले स्तर 0.85 प्रतिशत पर आ गई।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे, जबकि जापान के निक्की में नुकसान रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में ज्यादातर में दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार मंगलवार को बढ़त में रहे थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65.88 डॉलर प्रति बैरल रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 476.86 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
सेंसेक्स मंगलवार को 1,281.68 अंक टूटा था जबकि निफ्टी में 346.35 अंक की गिरावट आई थी।
भाषा रमण