कोच्चि में रेलवे को खाद्य सामग्री की आपूर्ति करने वाली इकाई में खराब भोजन मिला, कंपनी पर एक लाख रुपये का जुर्माना
सुरभि प्रशांत
- 14 May 2025, 09:12 PM
- Updated: 09:12 PM
कोच्चि, 14 मई (भाषा) रेलवे को भोजन आपूर्ति करने वाली एक खानपान प्रबंधन इकाई के यहां बुधवार को बासी और खराब हो चुकी खाद्य सामग्री पाई गई, जिसके बाद रेलवे ने खानपान इकाई पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
रेलवे ने कहा कि सफाई मानकों में चूक के लिए खानपान इकाई पर जुर्माना लगाया गया है और भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) को उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सलाह दी गई है।
यह कार्रवाई उन खबरों के सामने आने के बाद की गई है जिसमें एर्नाकुलम स्टेशन के पास आईआरसीटीसी और रेलवे द्वारा अनुबंधित खानपान इकाई ‘वृंदावन फूड प्रोडक्ट्स’ में बासी और खराब (इस्तेमाल करने की अवधि समाप्त हो चुकी) खाद्य सामग्री पाई गई।
समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि खानपान इकाई ने वंदे भारत ट्रेनों में भी खाद्य सामग्री की आपूर्ति की थी।
दक्षिण रेलवे द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, खबर सामने आने के बाद जांच करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘रेलवे ने सफाई मानकों में खामियों के लिए खानपान प्रबंधन कंपनी (मेसर्स बृंदावन फूड प्रोडक्ट्स) पर 1,00,000 रुपये का जुर्माना लगाया है और आईआरसीटीसी को सख्त कार्रवाई करने की सलाह दी है।’’
कंपनी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि खानपान इकाई के पास भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) प्रमाणन लाइसेंस था, लेकिन कोच्चि निगम के अधिकारियों ने दावा किया कि कंपनी बिना वाणिज्यिक लाइसेंस के काम कर रही थी और इसमें अवजल शोधन संयंत्र (एसटीपी) नहीं था।
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘इस बीच, आईआरसीटीसी ने कहा है कि मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों को निर्बाध और स्वच्छ भोजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की गई है और स्वच्छता एवं भोजन की गुणवत्ता के मानकों को बनाए रखने के लिए बड़े सुधारात्मक कदम भी उठाए जा रहे हैं।’’
इससे पहले दिन में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यहां कथित तौर पर भारतीय रेलवे को भोजन की आपूर्ति करने वाली एक खानपान इकाई में कई दिन पुरानी और खराब हो चुकी खाद्य सामग्री पाई गई।
अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि बृंदावन फूड प्रोडक्ट्स नामक खानपान इकाई के कर्मचारी नियमों का उल्लंघन करते हुए भोजन और अन्य कचरे को पास की नहर में फेंकते हुए मिले।
अधिकारी ने कहा कि खराब हो चुके भोजन को पास के एक गोदाम में भी रखा गया था, जहां खानपान इकाई के कर्मचारी रह रहे थे।
अधिकारी ने कहा कि उन्हें पिछली रात इकाई के बारे में जानकारी मिली और उसके आधार पर बुधवार सुबह निरीक्षण किया गया।
अधिकारी ने कहा कि चूंकि इकाई का संचालन निगम के लाइसेंस के बिना और नियमों का उल्लंघन करते हुए किया जा रहा है, इसलिए इसे सील कर दिया जाएगा।
क्षेत्र के निगम पार्षद ने संवाददाताओं को बताया कि इकाई को नहर में कचरा न फेंकने के लिए कई बार चेतावनी दी गई थी और इसके लिए उस पर जुर्माना भी लगाया गया था, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘कल स्थानीय लोगों ने मुझे फोन करके बताया कि यहां से बदबू आ रही है और जब मैं यहां आया तो मुझे भी बदबू महसूस हुई। मैंने तुरंत स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया।’’
उन्होंने कहा कि वंदे भारत ‘लोगो’ वाले डिब्बे और गिलास भी मिले हैं। इस बीच, रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि समाचार देखने के बाद मामले को संबंधित विभाग को भेज दिया गया, जो रेलवे के लिए भोजन की खरीद का काम देखता है।
भाषा सुरभि