इमरान की पार्टी के प्रदर्शन के दौरान छह सुरक्षाकर्मियों की मौत; उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश
यासिर माधव
- 26 Nov 2024, 02:29 PM
- Updated: 02:29 PM
(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 26 नवंबर (भाषा) जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों द्वारा किए गए प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के कारण अर्धसैनिक बल के चार जवान और पुलिस के दो कर्मी मारे गए तथा 100 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। सरकारी मीडिया ने यह जानकरी दी।
इस हिंसा के बाद संघीय सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सेना तैनात करने के साथ ही उन्हें आदेश दिए गए हैं कि उपद्रवियों को देखते ही गोली मार दी जाए।
पाकिस्तान ने तनावपूर्ण गतिरोध के बीच सेना को तैनात किया हुआ है और खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक इस्लामाबाद के डी-चौक स्थल की ओर जाने वाले रास्ते में लगाये गये अवरोधों को हटा रहे हैं। सरकार ने उनके प्रयास को विफल करने का निश्चय कर रखा है और इसके लिए वह कर्फ्यू लगाने से पीछे नहीं रहेगी।
‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि सोमवार देर रात इस्लामाबाद में श्रीनगर राजमार्ग पर एक वाहन द्वारा टक्कर मारे जाने से पाकिस्तान ‘रेंजर्स’ के चार अधिकारियों की मौत हो गई और उनके पांच अन्य कर्मियों एवं पुलिस के कई अधिकारियों को भी गंभीर चोटें आईं हैं।
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, इस स्थान से लगभग पांच किलोमीटर दूर हथियारों और गोला-बारूद से पूरी तरह लैस कुछ बदमाशों ने ‘रेंजर्स’ के जवानों पर पथराव किया और रावलपिंडी स्थित चुंगी नंबर- 26 में सुरक्षाकर्मियों पर अंधाधुंध गोलीबारी की।
इसमें यह भी बताया गया है कि पुलिस के दो कर्मी मारे गए।
पंजाब पुलिस के अनुसार, सोमवार को पीटीआई के प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प के दौरान इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में हकला इंटरचेंज पर पुलिस के एक कर्मी की मौत हो गई।
इसके अलावा, आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने देर रात मीडिया से बातचीत में कहा कि सौ से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, उनमें से अधिकतर पुलिस कर्मी थे। उन्होंने कहा: ‘‘प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव किए जाने के कारण पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए और उनके सिर में गहरी चोट आई।’’
प्रदर्शनकारियों द्वारा रेंजर्स और पुलिस कर्मियों पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बयान में घटना में शामिल लोगों चिन्हित करने और उन्हें न्याय दिलाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
भाषा यासिर