उप्र सरकार और यूपीपीएससी का आंदोलनकारी छात्रों के प्रति रवैया अत्यंत असंवेदनशील: राहुल गांधी
वैभव पवनेश
- 14 Nov 2024, 09:14 PM
- Updated: 09:14 PM
नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को प्रयागराज में यूपीपीएससी के आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का समर्थन किया और कहा कि मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) के नाम पर एक गैर-पारदर्शी प्रणाली अस्वीकार्य है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने अभ्यर्थियों की मांगों को स्वीकार करते हुए बृहस्पतिवार को समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा स्थगित कर दी और प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा को पुराने पैटर्न पर आयोजित करने की घोषणा की।
इससे पहले परीक्षा अलग-अलग दो दिन कराने के सरकार के फैसले का छात्र विरोध कर रहे थे।
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर कहा कि प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग का रवैया बेहद असंवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘मानकीकरण के नाम पर गैर-पारदर्शी व्यवस्था अस्वीकार्य है और एक पाली में परीक्षा की छात्रों की मांग बिल्कुल न्यायपूर्ण है। शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने में जुटी भाजपा सरकार की अक्षमता की कीमत आखिर छात्र क्यों चुकायें?’’
राहुल ने कहा, ‘‘ ‘पढ़ाई’ करने वाले छात्रों को सड़क पर ‘लड़ाई’ करने को मजबूर कर दिया गया है और अब उनका पुलिस के जरिए उत्पीड़न किया जा रहा है।
अपने और अपने परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए घर से दूर रहकर साधना कर रहे युवाओं के साथ ये अन्याय हम स्वीकार नहीं करेंगे।’’
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘हम प्रतियोगी छात्रों की मांग का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। उनके लोकतांत्रिक अधिकारों को तानाशाही से नहीं दबाया जा सकता।’’
राहुल ने छात्रों का एक वीडियो साझा किया जो पिछले कुछ दिन से प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आंदोलन कर रहे छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई की निंदा की और ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा किया जिसमें छात्रों को प्रदर्शन स्थल से हटाते हुए देखा जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त परीक्षा युवाओं का अधिकार है। लेकिन उत्तर प्रदेश के भाजपा राज में छात्रों की बात सुनने की जगह उन पर लाठियां बरसाईं गईं। जब छात्र अड़ गए कि ‘न बंटेंगे, न हटेंगे’ तो अब उन्हें तोड़ने और बरगलाने की कोशिशें की जा रही हैं।’’
प्रियंका ने कहा, ‘‘आंदोलन कर रहे छात्रों को गिरफ्तार करना, धमकी देना, घर जाकर परिवारों को डराना, सादे कपड़ों में संदिग्ध लोगों को भेजकर आंदोलनकारी छात्रों को हटाने का प्रयास अत्यंत शर्मनाक है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या प्रदेश प्रशासन एक अदद परीक्षा भी करा पाने की हालत में नहीं है?
प्रियंका ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में जबसे युवा विरोधी भाजपा सरकार आई है, लगभग सारी परीक्षाएं भ्रष्टाचार का शिकार हुई हैं। छात्रों द्वारा यूपीपीएससी और आरओ/एआरओ की परीक्षाएं एक दिन में कराने और सभी परीक्षाओं में पारदर्शिता की मांगें जायज हैं। युवाओं की आवाज कुचलने की जगह भाजपा सरकार को चाहिए कि अपने भ्रष्ट प्रशासन को दुरुस्त कर पारदर्शिता सुनिश्चित करे।’’
भाषा
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