बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार समाप्त
शुभम माधव
- 11 Nov 2024, 09:27 PM
- Updated: 09:27 PM
भोपाल, 11 नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश में बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार सोमवार शाम छह बजे समाप्त हो गया। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी कांग्रेस ने जीत हासिल करने के लिए कई वादे किए।
श्योपुर जिले की विजयपुर सीट पर उपचुनाव मौजूदा कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के भाजपा में शामिल होने के बाद हो रहा है। उन्हें मोहन यादव मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया था।
बुधनी सीट पर उपचुनाव यहां से विधायक रहे और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद हो रहा है। वह अब केंद्रीय कृषि मंत्री हैं।
भाजपा ने विदिशा के पूर्व सांसद और चौहान के वफादार रमाकांत भार्गव को बुधनी से कांग्रेस के पूर्व राज्य मंत्री राजकुमार पटेल के खिलाफ मैदान में उतारा है, जबकि विजयपुर में रावत का मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता मुकेश मल्होत्रा से होगा।
बुधनी में भाजपा नेता चौहान, मुख्यमंत्री यादव, प्रदेश इकाई प्रमुख वीडी शर्मा समेत अन्य ने भार्गव के लिए प्रचार किया। उन्होंने नर्मदा नदी के करीब स्थित इस निर्वाचन क्षेत्र को और विकसित करने का वादा किया। यहां पहले से ही एक सरकारी मेडिकल कॉलेज है।
कांग्रेस की ओर से प्रचारकों में मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह, राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल थे।
बुधनी में यादव ने नागरिकों की उपेक्षा करने के लिए कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि उनकी सरकार राज्य सरकार की प्रमुख 'लाडली बहना योजना' के तहत सहायता को वर्तमान 1,250 रुपये से धीरे-धीरे बढ़ाकर 5,000 रुपये करेगी।
यादव ने रैलियों के दौरान कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार, वंशवादी राजनीति और तुष्टिकरण की गारंटी है।
अपनी पार्टी के लिए प्रचार करते हुए कांग्रेस के भंवर जितेंद्र सिंह ने भाजपा पर वोटों के लिए झूठे वादे करने और चुनाव जीतने के बाद लोगों को भूल जाने का आरोप लगाया था।
पटवारी ने कहा था कि बुधनी में विकास नहीं हुआ है, जबकि यहां से कई बार विधायक रहे शिवराज सिंह चौहान राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं।
पटवारी ने दावा किया था कि महिलाएं सम्मान पाने के लिए और युवा नौकरी पाने के लिए उनके (चौहान) पीछे खड़े थे, लेकिन 20 लोगों को भी नौकरी नहीं मिली।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके विधायक बेटे जयवर्धन सिंह ने भी विजयपुर में कांग्रेस के लिए प्रचार किया।
भाषा
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