राहुल गांधी आंबेडकर की विचारधारा के खिलाफ हैं : महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष
प्रशांत अविनाश
- 06 Nov 2024, 03:53 PM
- Updated: 03:53 PM
नागपुर, छह नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की विचारधारा के विरोधी हैं और संविधान की रक्षा का “नाटक” करते हैं।
बावनकुले ने यह भी दावा किया कि कई “शहरी नक्सली” देश के खिलाफ लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि 20 नवंबर को होने वाले राज्य चुनावों से पहले बुधवार को नागपुर में होने वाला राहुल गांधी का संविधान सम्मान सम्मेलन “बंद दरवाजे” के पीछे होने वाला कार्यक्रम क्यों है।
कांग्रेस ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि भाजपा गांधी के कार्यक्रम के बारे में “झूठी कहानी” फैला रही है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा था कि गांधी “शहरी नक्सलियों” से घिरे हुए हैं।
इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बावनकुले ने कहा, “165 से अधिक शहरी नक्सली संगठन लोगों और समाज में देश के खिलाफ गुस्सा पैदा कर रहे हैं और माहौल खराब कर रहे हैं।”
उन्होंने दावा किया, “राहुल गांधी बाबासाहेब आंबेडकर की विचारधारा के विरोधी हैं और संविधान की रक्षा का नाटक करते हैं।”
भाजपा नेता ने जानना चाहा कि गांधी नागपुर में बंद कमरे में कार्यक्रम क्यों करने जा रहे हैं और कार्यक्रम में मीडिया को अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है।
बावनकुले ने कहा, “एक तरफ वे संविधान की रक्षा की बात करते हैं और दूसरी तरफ वे संविधान द्वारा मीडिया को दिए गए अधिकारों का दमन कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण 40 पदाधिकारियों को छह साल के लिये निलंबित किया है और चुनाव प्रचार के दौरान यदि कोई व्यक्ति ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि संविधान सम्मान सम्मेलन में राहुल गांधी का भाषण सभी के लिए ‘लाइव स्ट्रीम’ (इंटरनेट के माध्यम से प्रसारित) किया जाएगा और कार्यक्रम हॉल में जगह की कमी के कारण मीडिया को जगह नहीं दी जा सकी।
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, “यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित एक सामाजिक कार्यक्रम है। भाजपा इस कार्यक्रम के बारे में गलत बयानबाजी कर रही है।”
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