प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय का निधन
शोभना नरेश
- 01 Nov 2024, 12:47 PM
- Updated: 12:47 PM
नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय का शुक्रवार सुबह निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे।
ईएसी-पीएम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। देबरॉय यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती थे।
एम्स के एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, ‘‘ उन्हें आंत में परेशानी के कारण भर्ती कराया गया था। वह उच्च रक्तचाप और मधुमेह से भी पीड़ित थे।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अर्थशास्त्री देबरॉय के निधन पर शोक जताया और कहा कि अपने कार्यों के माध्यम से उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी।
देबरॉय को 2015 में पद्मश्री प्रदान किया गया था।
देबरॉय (69) ने नरेंद्रपुर के रामकृष्ण मिशन स्कूल, कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की थी।
उन्होंने कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज, पुणे के गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स, दिल्ली के भारतीय विदेश व्यापार संस्थान में सेवाएं दी थीं और वह कानूनी सुधारों पर वित्त मंत्रालय/यूएनडीपी परियोजना के निदेशक भी रहे।
वह पांच जून 2019 तक नीति आयोग के सदस्य भी थे। उन्होंने कई पुस्तकों, शोधपत्रों और लेखों का लेखन/संपादन किया है और कई समाचार पत्रों के सलाहकार संपादक भी रहे।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘डॉ. बिबेक देबरॉय एक उच्च कोटि के विद्वान थे, जो अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, आध्यात्मिकता जैसे अन्य विषयों पर महारत रखते थे। अपने कार्यों के माध्यम से, उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी।’’
मोदी ने कहा कि देबरॉय ने सार्वजनिक नीति में अपने योगदान से परे, हमारे प्राचीन ग्रंथों पर भी काम किया और युवाओं के लिए उन्हें सुलभ बनाया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं डॉ. देबरॉय को कई वर्षों से जानता था। मैं अकादमिक क्षेत्र के लिए उनकी अंतर्दृष्टि और जुनून को याद रखूंगा। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना।’’
सितंबर में देबरॉय ने गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स (जीआईपीई) के कुलाधिपति पद से इस्तीफा दे दिया था।
भाषा
शोभना