भाजपा, बीआरएस ने टीएसपीएससी समूह-1 के प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का समर्थन किया
पारुल राजकुमार
- 19 Oct 2024, 11:33 PM
- Updated: 11:33 PM
हैदराबाद, 19 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बी संजय कुमार और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेताओं ने टीएसपीएससी समूह-1 के उन अभ्यर्थियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शनिवार को प्रदर्शन किया, जो मुख्य परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं।
हालांकि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने अभ्यर्थियों से बिना किसी गलतफहमी के परीक्षा में शामिल होने की अपील की है।
कुमार ने हैदराबाद में यहां अशोक नगर में अभ्यर्थियों से मुलाकात के बाद ‘चलो सचिवालय’ मार्च निकाला। अशोक नगर सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले कोचिंग संस्थानों का केंद्र है।
कांग्रेस सरकार के खिलाफ अभ्यर्थियों की नारेबाजी के बीच कुमार अभ्यर्थियों के समर्थन में जमीन पर बैठ गए। इस दौरान, अभ्यर्थियों ने केंद्रीय मंत्री के सामने अपनी शिकायतें रखीं।
बाद में कुमार ने मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से मिलने और उन्हें छात्रों की चिंताओं से अवगत कराने के लिए सैकड़ों अभ्यर्थियों के साथ ‘चलो सचिवालय’ मार्च निकाला।
हालांकि, कुमार को पुलिस ने रोक लिया, जिसके बाद उन्होंने एक वाहन के ऊपर खड़े होकर कुछ देर तक अभ्यर्थियों को संबोधित किया।
केंद्रीय मंत्री को पुलिस वाहन में बैठाकर वहां से ले गयी। बाद में उन्होंने सचिवालय के बाहर आंबेडकर प्रतिमा के पास धरना दिया। फिर पुलिस कुमार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय छोड़ आयी।
कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि अभ्यर्थियों को डर है कि कांग्रेस सरकार द्वारा कई महीने पहले जारी किया गया सरकारी आदेश (जीओ) संख्या 29 भविष्य में राज्य में आरक्षण को खत्म करने की साजिश है।
उन्होंने सरकार से आरक्षण पर अपना रुख साफ करने को कहा।
कुमार ने कहा, “अभ्यर्थी केवल 21 से 27 अक्टूबर तक होने वाली परीक्षा को पुनर्निर्धारित करवाना चाहते हैं। इसके पीछे विभिन्न कारण हैं, जिनमें अदालतों में लंबित परीक्षा से संबंधित कई मामले भी शामिल हैं।”
उन्होंने सवाल किया कि पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले शहर में नौकरी के इच्छुक लोगों से मुलाकात करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब चुप क्यों हैं।
बीआरएस ने दावा किया कि विधायक मुता गोपाल सहित उसके कई नेताओं को पुलिस ने उस समय हिरासत में ले लिया, जब वे अभ्यर्थियों के समर्थन में सचिवालय की ओर मार्च कर रहे थे।
शनिवार शाम एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि 2014 में तेलंगाना के गठन के बाद से समूह-1 सेवा के लिए नियुक्तियां नहीं की गई हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने इस साल फरवरी में जीओ 29 जारी कर समूह-1 परीक्षा के लिए अधिसूचना जारी कर दी है, जिसमें प्रत्येक पद को भरने के लिए 50 अभ्यर्थियों पर विचार करने का निर्णय लिया गया है।
तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जितेंद्र ने संवाददाताओं से कहा, “उच्च न्यायालय ने तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) की परीक्षा कराने की अनुमति पहले ही दे दी है। अगर किसी को कोई शिकायत है, तो वह लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख सकता है... आम जनता को परेशानी और असुविधा नहीं होनी चाहिए... मेरी सभी से यही अपील है।”
पिछले कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने परीक्षा के कार्यक्रम और भर्ती प्रक्रिया एवं आरक्षण के संबंध में कुछ सरकारी आदेशों के प्रभाव पर चिंता जताई है।
पुलिस ने शुक्रवार को समूह-1 के अभ्यर्थियों पर लाठियां बरसाईं, जो 21 से 27 अक्टूबर तक होने वाली मुख्य परीक्षा को स्थगित करने की मांग को लेकर हैदराबाद में प्रदर्शन कर रहे थे।
भाषा पारुल