खरगे, राहुल ने छत्तीसगढ़ में आईटीबीपी की जवानों की शहादत पर दुख जताया
हक रंजन
- 19 Oct 2024, 11:33 PM
- Updated: 11:33 PM
नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में बारूदी सुरंग के विस्फोट में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के दो जवानो के शहीद होने पर शनिवार को दुख जताया और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने शनिवार को एक बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया, जिसमें आईटीबीपी के दो जवान शहीद हो गए और जिला पुलिस के दो जवान घायल हुए।
खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सली हमले में आईटीबीपी के हमारे वीर जवानों के शहीद होने की खबर बेहद दुःखद है। नक्सलवाद से लड़ने में पूरा देश एकजुट है।’’
उन्होंने कहा, "भारत माता के प्रति हमारे जांबाज़ जवानों के सर्वोच्च बलिदान को हम सलाम करते हैं। उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं और हम घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की हम कामना करते हैं।"
राहुल गांधी ने फ़ेसबुक पोस्ट में कहा, "छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में कायरतापूर्ण नक्सली हमले में आईटीबीपी के हमारे वीर जवानों की शहादत का समाचार अत्यंत दुखद है।"
उन्होंने कहा, "शहीद जवानों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उनका यह बलिदान देश हमेशा याद रखेगा। घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। इस तकलीफ में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है।"
राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों द्वारा बिहार के एक श्रमिक की हत्या पर भी दुख जताया और कहा कि आतंकवादियों द्वारा निर्दोष भारतीयों के विरुद्ध हिंसा और लक्षित हत्याएं किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं।
उन्होंने फ़ेसबुक पोस्ट में कहा, "जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों द्वारा बिहार के एक श्रमिक की हत्या बेहद दुखद और कायरतापूर्ण अपराध है। शोकसंतप्त परिवार को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।"
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, "आतंकवादियों द्वारा निर्दोष भारतीयों के विरुद्ध हिंसा और लक्षित हत्याएं किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। इस अमानवीय और निंदनीय अपराध के विरुद्ध पूरा देश एकजुट है।"
भाषा हक