शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने से पता चलता है कि जम्मू-कश्मीर नया इतिहास रचने में व्यस्त है: सिन्हा
प्रशांत देवेंद्र
- 02 Oct 2024, 08:52 PM
- Updated: 08:52 PM
(तस्वीर के साथ)
श्रीनगर, दो अक्टूबर (भाषा) उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न होना इस बात का सबूत है कि केंद्र शासित प्रदेश अब “अपना अतीत भूलकर नया इतिहास रचने” में व्यस्त है।
गांधी जयंती के मौके पर राजभवन में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा, “बापू हमेशा जम्मू-कश्मीर में शांति और प्रगति देखना चाहते थे। उन्होंने नयी पीढ़ी से बापू के आदर्शों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया।”
सिन्हा ने कहा, “युवा पीढ़ी भी इस बात को भली-भांति समझ चुकी है और इसलिए उनके हाथों में अब बंदूक और पत्थर नहीं हैं, बल्कि उनकी आंखों में शांति और आकांक्षाओं के सपने दिखाई देते हैं।”
उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में कल लोकतंत्र का महापर्व संपन्न हुआ। सबसे पहले मई में लोकसभा चुनाव हुए और फिर विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुआ। यह भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा का केंद्र बन गया है।”
विधानसभा चुनावों में लोगों की भारी भागीदारी का उल्लेख करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के 1.40 करोड़ नागरिकों ने संवैधानिक मूल्यों में अपनी आस्था दोहराई है और अपने मतदान के माध्यम से जम्मू-कश्मीर और देश के विकास में योगदान देने का संकल्प लिया है।
उपराज्यपाल ने कहा, “ये अपने आप में इस बात का प्रमाण है कि पिछले चार-पांच वर्षों में भयमुक्त जम्मू-कश्मीर बनाने में बड़ी सफलता मिली है। मैं आज युवा पीढ़ी से आग्रह करना चाहता हूं कि हमें शांति और प्रगति की गति को बनाए रखना है। हमें निस्वार्थ सेवा के लिए खुद को समर्पित करना है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले पांच वर्षों में किए गए कार्य, चाहे वह जमीनी स्तर पर लोकतंत्र का सशक्तीकरण हो या शांतिपूर्ण चुनाव कराना हो या विकास कार्य हो, इस बात का प्रमाण हैं कि “जम्मू-कश्मीर अब अपने अतीत को भूलकर एक नया इतिहास रचने में व्यस्त है”।
उन्होंने कहा कि स्कूल पूरे साल खुले रहते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ युवाओं को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन “मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि समाज हमेशा हिंसा के कारण ही विघटित होता है।”
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