हरियाणा में ‘दर्द के दशक’ का अंत करेंगे: राहुल
हक हक माधव
- 28 Sep 2024, 09:56 PM
- Updated: 09:56 PM
नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जारी कांग्रेस के घोषणापत्र का हवाला देते हुए शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी की सरकार राज्य में ‘दर्द के दशक’ का अंत करेगी।
कांग्रेस की हरियाणा इकाई ने शनिवार को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें किसानों के कल्याण के लिए एक आयोग के गठन, शहीद सैनिकों के परिवारों के लिए दो करोड़ रुपये, दो लाख सरकारी नौकरियों समेत कई वादे किए गए हैं।
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भाजपा ने एक दशक में हरियाणा से उसकी समृद्धि, उसके सपने और शक्ति छीन ली। अग्निवीर से देशभक्त युवाओं की आकांक्षाएं छीन ली, बेरोज़गारी से परिवारों की हंसी छीन ली और महंगाई से महिलाओं की आत्मनिर्भरता।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा ने काले कानून ला कर किसानों का हक़ तक छीन लेने का प्रयास किया, तो नोटबंदी और गलत जीएसटी से लाखों छोटे व्यापारियों का मुनाफा छीन लिया। अपने चुने हुए 'मित्रों' को फायदा पहुंचाने के लिए हरियाणा का आत्मसम्मान तक छीन लिया।’’
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस की आने वाली सरकार 'दर्द के दशक' का अंत करेगी - हर हरियाणा वासी की उम्मीदों, आकांक्षाओं और ख्वाबों को पूरा करना हमारा संकल्प है।’’
उन्होंने कहा कि बचत से ले कर सेहत, अधिकारों की रक्षा से सामाजिक सुरक्षा, रोज़गार की बहार, हंसता खेलता हर परिवार, ये कांग्रेस की गारंटी है।
राहुल गांधी ने अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘देश में बढ़ रही बेरोज़गारी, मेरे लिए एक बहुत गंभीर और संवेदनशील विषय है। मैं हरियाणा के उन युवाओं से मिला जो 'डंकी' जैसे खतरनाक रास्ते से अमेरिका गए। फिर करनाल में, मैंने उनके परिवारों से मुलाकात की। युवाओं के संघर्षों की कहानियां सुनकर और बच्चों के साथ उनके माता-पिता को रोते हुए देख कर, मैं अंदर तक हिल गया।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘पिछले 10 वर्षों में भारत से अमेरिका के लिए प्रवास 60 गुना क्यों बढ़ा? युवा 35 लाख का क़र्ज़ लेकर व्यवसाय करने के बजाय 'डंकी' जैसे रास्ते लेकर अपने जीवन को खतरे में क्यों डाल रहे हैं? हज़ारों ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट सफाई कर्मचारी जैसी नौकरियों के लिए आवेदन क्यों कर रहे हैं? लोगों को अपने परिवार के साथ रहने और जीविका कमाने के बीच चुनाव क्यों करना पड़ता है?’’
राहुल गांधी के अनुसार, पिछले एक दशक में पूरे देश में रोज़गार की कमी युवाओं से उनकी उम्मीदें छीन कर, उन्हें खतरनाक रास्तों पर ले जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी अपनी धरती, अपने परिवार को छोड़ना नहीं चाहता, लेकिन भाजपा की नीतियों ने उन्हें इस मजबूरी में धकेल दिया है।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हरियाणा में अवसरों की कोई कमी नहीं है। आओ, मिलकर यहीं रोज़गार के नए रास्ते खोजें, अपने गांव, अपने हरियाणा को आगे बढ़ाएं। हम इसकी शुरुआत 2 लाख सरकारी नौकरियों की गारंटी के साथ करने जा रहे हैं। अब हाथ बदलेगा हालात।’’
भाषा हक हक