प्रधानमंत्री मोदी ने ‘व्यवस्थित रूप से’ रोजगार व्यवस्था को खत्म किया: हरियाणा रैली में राहुल गांधी
प्रशांत माधव
- 26 Sep 2024, 06:49 PM
- Updated: 06:49 PM
(तस्वीरों के साथ)
चंडीगढ़, 26 सितंबर (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और उन पर देश में रोजगार व्यवस्था को “व्यवस्थित रूप से” खत्म करने का आरोप लगाया।
करनाल के असंध में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता ने विश्वास जताया कि कांग्रेस पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल करेगी।
उन्होंने जाति जनगणना का मुद्दा उठाया और भाजपा पर लोगों को बांटने और उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने का आरोप लगाया। गांधी ने कहा, “कांग्रेस हरियाणा चुनाव में जीत दर्ज करने जा रही है। तूफान आने वाला है और हम सभी के लिए सरकार बनाएंगे।”
रैली में कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख उदयभान और अन्य नेता मौजूद थे।
भाजपा सरकार पर हमला करते हुए गांधी ने कहा कि उसने हरियाणा को “बर्बाद” कर दिया है।
गांधी ने अपनी हालिया अमेरिका यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हरियाणा के कुछ प्रवासियों से मुलाकात की जो बेहतर भविष्य की तलाश में वहां गए थे क्योंकि उन्हें अपने गृह राज्य में रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे थे।
गांधी ने कहा कि उन्होंने पाया कि टेक्सास के डलास में एक कमरे में हरियाणा के 15 से 20 युवक रह रहे थे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने उनसे पूछा कि वे अमेरिका कैसे पहुंचे और उन्हें पता चला कि अमेरिका पहुंचने के लिए उन्हें कजाकिस्तान और तुर्किये जैसे देशों के साथ-साथ दक्षिण अमेरिकी देशों और पनामा के जंगलों से होकर यात्रा करनी पड़ी।
गांधी ने कहा कि अमेरिका जाते समय उन्हें माफिया ने लूट लिया और उन्होंने अपने भाइयों को मरते भी देखा।
रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि एक युवक ने उन्हें बताया कि अमेरिका पहुंचने के लिए कम से कम 35 लाख रुपये की जरूरत होती है, जिसे उन्होंने या तो ऊंची ब्याज दर पर उधार लिया या अपनी कृषि भूमि बेचकर जुटाया।
कांग्रेस नेता ने रैली में कहा कि जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अमेरिका की यात्रा पर पैसा खर्च करने के बजाय हरियाणा में कुछ व्यवसाय शुरू कर सकते थे, तो उन्होंने कहा कि उस पैसे से कोई व्यवसाय शुरू करना व्यावहारिक नहीं था।
गांधी ने कहा कि हरियाणा में 50 लाख रुपये से कोई कारोबार शुरू नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि टेक्सास में युवाओं ने उनसे कहा कि अगर उन्होंने हरियाणा में कारोबार शुरू करने के लिए इतनी रकम खर्च की होती तो यह असफल हो जाता।
उन्होंने कहा कि उनमें से एक ने तो प्रयास भी किया, लेकिन वह असफल रहा। उन्होंने भाजपा सरकार पर “गलत” जीएसटी व्यवस्था के तहत छोटे व्यवसायों को “मारने” का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि करीब 10-15 लोग भारत में चीनी उत्पाद बेचना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “चीनी कंपनियों की सूची निकालिए और देखिए कि भारत में उनके साझेदार कौन हैं। चीन के युवाओं को लाभ मिल रहा है, चीनी सरकार और यहां के अरबपतियों को लाभ मिल रहा है।”
उन्होंने कहा, “यहां बेरोजगारी और महंगाई है।” उन्होंने कहा कि अमेरिका में मिले हरियाणा के युवाओं ने उन्हें बताया कि हरियाणा में उनके जैसे लोगों के लिए कुछ नहीं है।
गांधी ने रैली में कहा, “यदि कोई युवा गरीब है, तो वह बैंक से ऋण नहीं ले सकता, न ही वह व्यवसाय शुरू कर सकता है, न नौकरी पा सकता है या सेना में शामिल हो सकता है। एक के बाद एक, आपके लिए हर दरवाजा बंद कर दिया गया है।”
हाल ही में करनाल की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि उन्होंने अमेरिका चले गए एक युवक के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की।
कांग्रेस नेता ने कहा कि परिवार के सदस्य वीडियो कॉल पर युवक से बात कर रहे थे, तभी उसका बच्चा चिल्लाया “पापा, पापा वापस आ जाओ” और वह व्यक्ति कुछ नहीं बोल सका। उन्होंने बताया कि बच्चा हर दिन पीड़ा से गुजरता रहता है, क्योंकि वह 10 साल तक अपने पिता से नहीं मिल सका था।
उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “क्यों? क्योंकि हरियाणा सरकार ने राज्य को बर्बाद कर दिया है। नरेंद्र मोदी जी और हरियाणा सरकार ने व्यवस्थित तरीके से देश की रोजगार व्यवस्था को खत्म कर दिया।”
गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने “काले” कृषि कानूनों के जरिए किसानों से उनका सब कुछ छीनने की कोशिश की। महीनों के विरोध के बाद, नवंबर 2021 में मोदी सरकार ने घोषणा की कि वह तीनों कृषि कानूनों को निरस्त कर देगी और यह उस वर्ष संसद के शीतकालीन सत्र में किया गया।
गांधी ने रैली में कहा कि उन्हें जम्मू-कश्मीर से शिकायतें मिली हैं कि सेब का कारोबार प्रभावित हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया, “हिमाचल में सेब का कारोबार अदाणी के हाथों में चला गया है।” उन्होंने किसानों को उनकी फसल का सही दाम नहीं मिलने का मुद्दा भी उठाया।
उन्होंने दावा किया, “पूरी योजना 10-15 लोगों के लिए बनाई जाती है।”
गांधी ने आरोप लगाया कि किसानों का कर्ज माफ नहीं किया जाएगा और उन्हें फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं मिलेगा, लेकिन 25 अरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
पिछले वर्ष महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों का जिक्र करते हुए गांधी ने दावा किया कि आरोपी को संरक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने हरियाणा के लिए कांग्रेस के चुनावी वादों के बारे में भी बात की, जिसमें उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर महिलाओं को 2,000 रुपये प्रति माह और रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में देने की बात शामिल है।
गांधी ने कहा कि हरियाणा में दो लाख रिक्तियां भरी जाएंगी और कांग्रेस ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी का वादा किया है।
उन्होंने कहा, “यह लड़ाई हरियाणा के लिए नहीं है। यह देश के लिए लड़ाई है। यह संविधान बचाने की लड़ाई है।”
भाजपा पर संविधान पर हमला करने का आरोप लगाते हुए गांधी ने कहा, “सभी (सरकारी) संस्थान आरएसएस के लोगों को सौंप दिए गए हैं और पूरा नियंत्रण नागपुर का है।”
उन्होंने कहा, “वे देश चला रहे हैं। चुनाव आयोग, नौकरशाही, मीडिया और खुफिया सेवाओं में उनके अपने लोग हैं।”
जाति जनगणना के बारे में गांधी ने कहा, “हम जानना चाहते हैं कि देश में कितने दलित, आदिवासी और पिछड़े हैं और कितने गरीब सामान्य वर्ग के हैं।”
उन्होंने दावा किया कि देश की 250 बड़ी व्यावसायिक कंपनियों के प्रबंधन में एक भी दलित या ओबीसी व्यक्ति नहीं है।
गांधी ने रैली में कहा कि 90 लोग (सचिव) सरकार चलाते हैं जिनमें से केवल तीन दलित हैं जबकि यह समुदाय देश की आबादी का 15 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा, “यह सच है। इसीलिए हमने कहा कि जाति जनगणना राष्ट्रीय स्तर पर होगी। मैंने पहले भी कहा है कि नरेन्द्र मोदी करें या न करें, मैं इसे इसी सदन में पारित करवाऊंगा।”
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा और मतों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।
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