ओडिशा में बाढ़ की स्थिति गंभीर, 11,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
जितेंद्र अमित
- 19 Sep 2024, 01:03 AM
- Updated: 01:03 AM
भुवनेश्वर, 18 सितंबर (भाषा) ओडिशा सरकार ने बालासोर जिले में बाढ़ की गंभीर स्थिति के मद्देनजर बुधवार को बचाव एवं राहत अभियान तेज कर दिया। प्रशासन ने बाढ़ की वजह से 11,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को कहा कि बालासोर जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन को बचाव एवं राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया।
माझी ने बाढ़ प्रभावित बलियापाल, जालेश्वर और भोगराई प्रखंडों का हवाई सर्वेक्षण किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक बचाव दल, ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल (ओडीआरएएफ) के तीन दल और अग्निशमन सेवा की आठ टीम प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्यों के लिए तैनात की गई हैं।”
माझी ने जिला प्रशासन से बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाने को कहा, क्योंकि कई गांवों में लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 35 ग्राम पंचायतों के ग्रामीण अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं और उनकी सहायता के प्रयास जारी हैं।
बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के क्षेत्र के कारण ओडिशा में भारी बारिश होने से सुवर्णरेखा, बुधबलंग और जलाका नदियां उफन गईं तथा बालासोर में बाढ़ आ गई।
माझी ने कहा, “अभी तक किसी भी प्रकार की मानवीय क्षति की कोई सूचना नहीं है।”
माझी ने कहा कि बाढ़ से कम से कम छह प्रखंड और लगभग 8,000 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
इस बीच, जल संसाधन विभाग के सूत्रों ने बताया कि राजघाट में सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
विशेष राहत आयुक्त कार्यालय ने एक रिपोर्ट में बताया कि बालासोर जिले के 141 गांवों में बाढ़ का पानी भर जाने के कारण 11,632 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
एक अधिकारी ने बताया, “राज्य सरकार ने 51 निःशुल्क रसोई खोली हैं और सुरक्षित बाहर निकाले गए लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया गया है।”
इसी तरह, पड़ोसी मयूरभंज जिले के 101 गांवों में बाढ़ का पानी घुसने के कारण 1,603 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारी ने बताया कि क्योंझर और सुंदरगढ़ जिलों में भी बाढ़ की खबर है।
भाषा जितेंद्र