अरविंद केजरीवाल को सत्ता का लालच नहीं, उनके लिए सम्मान सर्वोपरि: ‘आप’ नेता संदीप पाठक
जितेंद्र दिलीप
- 16 Sep 2024, 09:07 PM
- Updated: 09:07 PM
चंडीगढ़, 16 सितंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संदीप पाठक ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सत्ता का लालच नहीं है, बल्कि उनके लिए सम्मान सर्वोपरि है।
पाठक ने कहा कि केजरीवाल ने तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठने की कसम खाई है, जब तक कि जनता उन्हें ‘ईमानदारी का प्रमाण पत्र’ नहीं दे देती।
राज्यसभा सदस्य और पार्टी के महासचिव (संगठन) पाठक ने जींद में यह बात कही।
पाठक ने जींद में पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर अगले पंद्रह दिनों के लिए ‘आप’ के प्रचार अभियान की रूपरेखा तैयार की।
पाठक ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि पार्टी कार्यकर्ता हर घर में जाएंगे और लोगों को बताएंगे कि उन्होंने अन्य पार्टियों को कई मौके दिए हैं, जो ‘उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरीं’।
पाठक ने कहा, “पार्टी कार्यकर्ता, अरविंद केजरीवाल (आप) के लिए एक मौका मांगेंगे। हम जनता से कहेंगे कि अगर हम अच्छा काम करें, तो अगली बार हमें वोट दें, अन्यथा नहीं दें।”
पाठक ने रविवार को केजरीवाल द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में दो दिन बाद इस्तीफा देने की घोषणा के मुद्दे पर कहा, “बड़ा सवाल यह है कि अरविंद केजरीवाल जी ने ऐसा क्यों कहा... वह अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन ईमानदारी से जिया है।”
पाठक ने कहा कि कोई भी ईमानदार व्यक्ति अपने खिलाफ लगे ‘झूठे’ आरोपों को बर्दाश्त नहीं करेगा। राज्यसभा सदस्य ने कहा, “अरविंद केजरीवाल को सत्ता का कोई लालच नहीं है, उनके लिए सम्मान सर्वोपरि है। केजरीवाल ने तय किया है कि वह अग्निपरीक्षा से गुजरेंगे और दिल्ली की जनता के बीच जाएंगे। जनता तय करेगी कि वह (केजरीवाल) ईमानदार हैं या बेईमान।”
पाठक ने कहा, “अगर लोगों को लगेगा कि वह (केजरीवाल) ईमानदार हैं, तो वे उन्हें वोट देंगे। अगर उन्हें लगेगा कि वह बेईमान हैं, तो वे उन्हें वोट नहीं देंगे। केजरीवाल जी तभी मुख्यमंत्री पद स्वीकार करेंगे, जब लोग उन्हें ईमानदार कहेंगे और उन्हें ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’ देंगे। इसलिए, इस अग्निपरीक्षा के लिए उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है।”
भाषा जितेंद्र