केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला 'क्रांतिकारी': भगवंत मान
योगेश नरेश संतोष
- 15 Sep 2024, 08:17 PM
- Updated: 08:17 PM
चंडीगढ़, 15 सितंबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के फैसले को क्रांतिकारी करार दिया और इसे उनकी ईमानदारी और जनता के प्रति प्रतिबद्धता बताया।
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दो दिन बाद इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में समय पूर्व चुनाव कराने की मांग की।
उन्होंने कहा,‘‘जब तक लोग उन्हें ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’ नहीं दे देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।’’
आबकारी नीति से जुड़े मामले में शुक्रवार को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिन में आम आदमी पार्टी के विधायकों की बैठक होगी और पार्टी के एक नेता को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना जाएगा।
मान ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जी ने दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है... साथ ही दिल्ली की जनता से अपील की है कि अगर वह ईमानदार हैं तो आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें ही वोट दें...ये बात एक ईमानदार और जनहितैषी सोच वाला नेता ही कह सकता है।’’
बाद में एक बयान में मान ने केजरीवाल के फैसले की प्रशंसा करते हुए इसे क्रांतिकारी बताया और इसे उनकी लोगों के प्रति ईमानदारी और प्रतिबद्धता बताया।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोग विधानसभा चुनाव में केजरीवाल का समर्थन करेंगे।
मान ने कहा कि केजरीवाल को जेल में डालकर आप को कमजोर करने की कोशिश की गई, लेकिन ये प्रयास पार्टी को तोड़ने में विफल रहे।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने केजरीवाल के फैसले को ‘महत्वपूर्ण’ बताया और दावा किया कि देश को पता है कि भाजपा ने उनके खिलाफ ‘मनगढ़ंत’ मामला तैयार किया है।
चीमा ने विश्वास जताया कि जब केजरीवाल अपने घर से बाहर निकलेंगे तो लाखों लोग उनके समर्थन में उमड़ पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री चुनेगी।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल मुख्यमंत्री की कुर्सी से ज्यादा दिल्ली के लोगों को महत्व देते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनाव में भाजपा को निर्णायक हार का सामना करना पड़ेगा।
भाषा योगेश नरेश