जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अंतिम सांस ले रहा, वंशवादी राजनीति ने सुंदर क्षेत्र को बर्बाद किया : मोदी
जोहेब पारुल
- 14 Sep 2024, 05:34 PM
- Updated: 05:34 PM
(फोटो के साथ)
जम्मू, 14 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अंतिम सांस ले रहा है और उनकी सरकार ने “इस सुंदर क्षेत्र को नष्ट करने वाली” वंशवादी राजनीति का मुकाबला करने के लिए एक नया नेतृत्व पेश किया है।
जम्मू क्षेत्र के डोडा जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के अपनी सरकार के वादे को दोहराया और लोगों को नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां), कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को फिर से सत्ता में लाने को लेकर आगाह किया।
विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 18 सितंबर को होने वाले मतदान से पूर्व प्रधानमंत्री की केंद्र-शासित प्रदेश में यह पहली चुनावी रैली थी। इस चरण में जम्मू के तीन जिलों-डोडा, किश्तवाड़ और रामबन तथा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों की 24 सीट पर वोट डाले जाएंगे।
पहले चरण के बाद 25 सितंबर को दूसरे चरण में 26 सीट पर मतदान होगा। आखिरी चरण में एक अक्टूबर को 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
मोदी ने लगभग 45 मिनट के भाषण की शुरुआत रैली में आए लोगों का कश्मीरी भाषा में स्वागत करके की। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा, "इस बार (विधानसभा) चुनाव जम्मू-कश्मीर का भविष्य तय करेगा, जो आजादी के बाद से ही विदेशी ताकतों के निशाने पर रहा है।"
मोदी ने कहा, "इतना ही नहीं, वंशवादी राजनीति ने इस सुंदर क्षेत्र को भीतर से खोखला कर दिया। जिन राजनीतिक दलों पर आपने भरोसा किया, उन्होंने कभी आपके बच्चों की परवाह नहीं की। उन्होंने सिर्फ अपने बच्चों की परवाह की और उन्हें आगे बढ़ाया तथा नये नेतृत्व को उभरने नहीं दिया।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में केंद्र में उनकी सरकार बनने के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में युवा नेतृत्व तैयार करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के युवा आतंकवाद का दंश झेलते रहे हैं। लोगों को गुमराह करके परिवारवाद को बढ़ावा देने वाली पार्टियों ने सत्ता का आनंद लिया और युवा नेताओं को जड़ें नहीं जमाने दीं।”
मोदी ने कहा, "2000 के बाद से पंचायत चुनाव नहीं हुए थे और प्रखंड विकास परिषद (बीडीसी) व जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव कभी नहीं हुए थे... 2014 के बाद, मैंने युवा नेतृत्व को आगे लाने की कोशिश की, 2018 में पंचायत चुनाव, 2019 में बीडीसी चुनाव और 2020 में डीडीसी चुनाव कराए। ये चुनाव कराने का उद्देश्य लोकतंत्र को जमीनी स्तर तक ले जाना था, ताकि युवा कमान संभाल सकें।"
कांग्रेस, नेकां और पीडीपी पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि ये पार्टियां कभी नहीं चाहती थीं कि युवा राजनीति में आएं, लेकिन “हमने उनके मंसूबों को चुनौती दी और इसका परिणाम यह हुआ कि (स्थानीय निकाय चुनावों में) हजारों युवा निर्वाचित हुए।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर ने विकास का एक नया दौर देखा है और इसका श्रेय इन निर्वाचित युवाओं को जाता है।
उन्होंने कहा, "मैं उनके योगदान के लिए उन्हें सलाम करता हूं।"
मोदी ने कहा, ‘‘यह विधानसभा चुनाव तीन परिवारों और युवाओं के बीच है। एक तरफ वे तीन परिवार हैं और दूसरी तरफ मेरी बेटियां और बहनें हैं, जो अपने सपनों से प्रेरित हैं।”
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, "कांग्रेस, नेकां और पीडीपी ने पाप से कम कुछ नहीं किया है, क्योंकि ये तीन परिवार जम्मू-कश्मीर को बर्बाद करने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार और भूमि हड़पने वालों को बढ़ावा दिया तथा लोगों को उनके अधिकारों व सुविधाओं से वंचित किया। उन्होंने अलगाववाद और आतंकवाद के लिए जमीन तैयार की और केवल उनसे जुड़े लोगों को ही सरकारी नौकरियां दीं।"
उन्होंने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद आखिरी सांसें गिन रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले 10 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में जो बदलाव देखने को मिला है, वह किसी सपने के सच होने से कम नहीं है। जो पत्थर पुलिस और सेना पर फेंके जाते थे, अब उनका इस्तेमाल नये जम्मू-कश्मीर के निर्माण में किया जा रहा है... यह मोदी ने नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने संभव किया है।"
भाषा जोहेब