पूर्व सीबीआईसी अधिकारी 27 करोड़ रु के ‘मारिजुआना' के साथ गिरफ्तार, ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़
तान्या नरेश
- 29 Oct 2025, 05:47 PM
- Updated: 05:47 PM
नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने भारत, थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में सक्रिय एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सीमाशुल्क विभाग के बर्खास्त अधिकारी को गिरफ्तार किया है और उसके पास से करीब 21 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाला "हाइड्रोपोनिक गांजा" बरामद किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 27 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह जानकारी एक अधिकारी ने बुधवार को दी।
अधिकारी ने बताया कि रोहित कुमार शर्मा (35) केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड में पूर्व निरीक्षक रह चुका है। रोहित को दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के जनकपुरी इलाके में एक रातभर चली गुप्त कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया गया।
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संजीव कुमार यादव ने बताया कि आरोपी के पास से 44.42 लाख रुपये नकद, जो कथित तौर पर मादक पदार्थों की बिक्री से अर्जित थे और इसके अलावा एक एक्सयूवी कार और स्कूटर भी जब्त किए गए।
सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने 13 और 14 अक्टूबर की दरम्यानी रात को जनक सिनेमा के पास जाल बिछाया और शर्मा को उस वक्त पकड़ लिया जब वह “ओशन-ग्रोउन वीड” की बड़ी खेप की डिलीवरी करने पहुंचा था।
‘ओशन-ग्रोउन वीड’ को ‘हाइड्रोपोनिक मारिजुआना' के नाम से भी जाना जाता है।
पुलिस के अनुसार, उसके पास से 21.512 किलोग्राम प्रतिबंधित पदार्थ बरामद किया गया। यह हाइड्रोपोनिक गांजा एक दुर्लभ और महंगे वर्ग का मादक पदार्थ है जिसे वैज्ञानिक तरीकों से तैयार किया जाता है। इसमें नशे की मात्रा सामान्य गांजे की तुलना में 10 गुना अधिक होती है।
पुलिस ने बताया कि यह अमीर वर्ग और पार्टी सर्किल में लोकप्रिय है और आमतौर पर इसे थाईलैंड से अंतरराष्ट्रीय कूरियर मार्गों के जरिए भारत में तस्करी कर लाया जाता है।
शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल की थी और वर्ष 2015 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग में शामिल हुआ था।
हालांकि, वर्ष 2019 में केरल के कन्नूर हवाई अड्डे पर तैनाती के दौरान उसे सोने की तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और बाद में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने उसके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।
डीसीपी ने बताया कि विभागीय जांच के बाद उसे वर्ष 2023 में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
बर्खास्तगी के बाद शर्मा दुबई चला गया जहां उसकी मुलाकात बिहार निवासी अभिषेक नामक व्यक्ति से हुई और दोनों ने थाईलैंड से भारत में हाइड्रोपोनिक गांजे की तस्करी की साजिश रची।
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने अपने पुराने सीमा शुल्क विभाग के संपर्कों का इस्तेमाल करते हुए गुवाहाटी जैसे कम व्यस्त हवाई अड्डों से तस्करी को अंजाम दिया।
अधिकारी ने बताया, मादक पदार्थों की बिक्री से होने वाली आमदनी को कथित तौर पर हवाला और क्रिप्टोकरेंसी चैनलों के माध्यम से दुबई भेजा जाता था।
पुलिस ने कहा कि अन्य सहयोगियों और नेटवर्क की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है।
भाषा तान्या