मप्र : बेकाबू ट्रक ने कई राहगीरों को कुचला : दो लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने जांच का निर्देश दिया
अमित
- 16 Sep 2025, 12:12 AM
- Updated: 12:12 AM
इंदौर (मध्यप्रदेश), 15 सितंबर (भाषा) इंदौर में सोमवार रात बेकाबू ट्रक ने एक व्यस्त सड़क पर कई राहगीरों को कुचल दिया जिनमें से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर शोक जताते हुए इस बात की जांच के आदेश दिए हैं कि रात 11 बजे से पहले शहर में भारी वाहन कैसे प्रवेश कर रहे हैं।
यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘आज इंदौर में हुई ट्रक दुर्घटना दुखद है। इस घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करके मैंने निरीक्षण हेतु गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को इंदौर जाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, रात 11 बजे से पहले शहर में भारी वाहनों के प्रवेश के कारणों की प्रारंभिक तथ्यपरक जांच कराने के भी निर्देश दिए हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि बेकाबू ट्रक के कारण शहर के एरोड्रम रोड पर हुई घटना के बाद घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
इनमें से एक अस्पताल पहुंचे पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने बताया, "हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हुई है और 11 लोग घायल हैं। इनमें से तीन से चार लोगों को मामूली चोट आई है जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।"
उन्होंने कहा कि अभी पुलिस की प्राथमिकता घायलों को उचित इलाज सुनिश्चित कराना है और घटना के कारण की जांच की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अमित सिंह ने बताया कि एरोड्रम रोड पर एक बेकाबू ट्रक ने कुछ गाड़ियों को टक्कर मार दी और बाद में ट्रक में आग लग गई।
सिंह ने बताया कि ट्रक के चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
इस बीच, घटनास्थल और संबंधित अस्पतालों में क्षेत्रीय नागरिकों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने नारेबाजी करते हुए पुलिस और प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जिस व्यस्त रोड पर घटना हुई, उस पर भारी वाणिज्यिक वाहनों को आने की अनुमति नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने सवाल किया कि ऐसे में चौराहों पर तैनात यातायात पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में ट्रक इस सड़क पर आखिर कैसे आ गया।
घटना के बाद शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और प्रदेश के काबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अस्पतालों में पहुंचे और घायलों से मुलाकात करके उनका हाल-चाल जाना।
भाषा हर्ष