भारत इसरो, एनपीएल के साथ मिलकर सटीक समय निर्धारण परियोजना शुरू करेगा
रमण अजय
- 15 Sep 2025, 10:13 PM
- Updated: 10:13 PM
नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को कहा कि भारत जल्द ही राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल) और इसरो के सहयोग से देश भर के पांच स्थानों से सटीक भारतीय मानक समय के प्रसार के लिए परियोजना शुरू करेगा।
यह घोषणा जोशी ने यहां अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल आयोग (आईईसी) की 89वीं आम बैठक के उद्घाटन के दौरान की। उन्होंने कहा कि भारत एक ‘व्यापक तकनीकी और औद्योगिक कायापलट’ का गवाह बन रहा है, जहां इसका विनिर्माण क्षेत्र स्वचालन और उद्योग 4.0 (अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी) को अपना रहा है।
जोशी ने आयोग के उद्घाटन सत्र में 2,000 से अधिक वैश्विक विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत आज व्यापक स्तर पर प्रौद्योगिकी और औद्योगिक कायापलट का गवाह बन रहा है। हमारा विनिर्माण क्षेत्र उत्पादकता बढ़ाने के लिए स्वचालन को अपना रहा है।’’
सटीक समय-निर्धारण परियोजना राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ साझेदारी में देश भर के पांच रणनीतिक स्थानों पर लागू की जाएगी। यह भारत की प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रगति में एक और कदम है।
जोशी ने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन विनिर्माता के रूप में उभरा है और इलेक्ट्रिक वाहनों तथा सौर प्रौद्योगिकियों के लिए सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है।
मंत्री ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) पिछले 11 वर्षों में ‘एक तकनीकी नियामक से राष्ट्र निर्माण में एक सच्चा भागीदार’ बनकर उभरा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन, पीएम-कुसुम, पीएम सूर्य घर योजना और फेम इंडिया जैसी सरकारी पहल ‘एक स्वच्छ, हरित और अधिक आत्मनिर्भर भविष्य की दिशा में रणनीतिक खाका’ का प्रतिनिधित्व करती हैं।
जोशी ने कहा कि भारत ओआईएमएल (अंतरराष्ट्रीय विधिक मापविज्ञान संगठन) पैटर्न अनुमोदन प्रमाणपत्र जारी करने वाला दुनिया का 13वां देश बन गया है, जो विधिक मापविज्ञान में महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
भाषा रमण