नेता प्रतिपक्ष सतीशन को मेरे खिलाफ साइबर हमलों की जानकारी थी : माकपा नेता
खारी मनीषा
- 19 Sep 2025, 01:53 PM
- Updated: 01:53 PM
कोच्चि, 19 सितंबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता के. जे. शाइन ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनके और वाइपिन से विधायक के. एन. उन्नीकृष्णन को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया पर जो अपमानजनक पोस्ट किये गये थे, वह विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन की जानकारी में ही किए गए थे।
हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सतीशन ने इन आरोपों से इनकार किया है।
हाल में सोशल मीडिया पर दोनों वामपंथी नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट सामने आए थे।
उत्तर परवूर स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए शाइन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के सोशल मीडिया मंच का संचालन करने वाले सी. के. गोपालकृष्णन ने उन्हें निशाना बनाया।
माकपा नेता ने दावा किया कि उत्तर परवूर से विधायक सतीशन को इस कथित अभियान की पूरी जानकारी थी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि उनकी जानकारी के बिना ऐसा नहीं हो सकता। अन्यथा वह इसे रोक देते।’’
शाइन ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक और राज्य महिला आयोग को शिकायत सौंपी है।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने मुझसे संपर्क किया था। मैंने पुलिस को सारे सबूत दे दिए हैं और जांच शुरू हो गई है।’’
शाइन ने यह भी दावा किया कि हाल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के एक परिचित पार्षद ने उन्हें इशारों में आगाह किया था कि उनके खिलाफ कुछ बड़ा होने वाला है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब मुझे समझ आ रहा है कि उस नेता का क्या मतलब था।’’
इस बीच, विधायक के. एन. उन्नीकृष्णन ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह इन आरोपों का कानूनी और राजनीतिक रूप से जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि फर्जी फेसबुक पोस्ट राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित थी, जिसका मकसद उनका राजनीतिक करियर खत्म करना था।
वहीं, तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विपक्ष के नेता सतीशन ने शाइन और विधायक उन्नीकृष्णन को निशाना बनाकर चलाए गए सोशल मीडिया अभियान में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया।
उन्होंने सवाल उठाया, ‘‘जब ऐसी घटनाएं होती हैं, तो मुझे इसमें क्यों घसीटा जाता है? मैंने क्या किया?’’
सतीशन ने कहा कि माकपा को सबसे पहले यह जांच करनी चाहिए कि यह आरोप कहां से और कैसे शुरू हुए।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह आरोप कांग्रेस के सोशल मीडिया खातों पर भी हो सकता है। लेकिन जब पिछले एक महीने में कांग्रेस के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए गए, तब माकपा की ओर से किसी भी प्रकार की शालीनता नहीं दिखाई गई।’’
सतीशन ने विधायक उन्नीकृष्णन के बयान का हवाला देते हुए कहा कि उससे यह स्पष्ट होता है कि यह मामला कैसे सामने आया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘बात सीधे तौर पर नहीं कही गई, लेकिन इशारों में सब कुछ समझ में आता है। उन्होंने खुद कहा है कि यह कांग्रेस का कोई योजनाबद्ध हमला नहीं था, बल्कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाने के लिए किया गया था। इसलिए माकपा को चाहिए कि वह इस आरोप की जड़ तक पहुँचे और इसकी जांच करे।’’
इस बीच, एर्नाकुलम जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद शियास ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि यह बदनाम करने की एक साजिश है, जो वामपंथी दल के भीतर की गुटबाज़ी का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस या उसके किसी नेता की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘सोशल मीडिया पर दूसरों द्वारा फैलाए जा रहे किसी भी दुष्प्रचार के लिए हमारी पार्टी को कैसे दोषी ठहराया जा सकता है?’’
भाषा खारी