डूसू चुनाव में मासिक धर्म अवकाश, सुरक्षित परिसर मुख्य मुद्दे
रवि कांत रवि कांत सुभाष
- 15 Sep 2025, 09:43 PM
- Updated: 09:43 PM
नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में किसी महिला के चुने जाने के लगभग दो दशक बीत चुके हैं, लेकिन इस साल के चुनावों ने इसे फिर से चर्चा के केंद्र में ला दिया है। एनएसयूआई और वामपंथी गठबंधन, दोनों ने महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
एनएसयूआई के साथ-साथ वामपंथी गठबंधन की महिला उम्मीदवार अपने चुनाव प्रचार अभियान में विश्वविद्यालय परिसर की सुरक्षा और मासिक धर्म अवकाश जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठा रही हैं।
कांग्रेस समर्थित नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) की जोसलिन नंदिता चौधरी डूसू के अध्यक्ष पद के लिए 17 वर्षों में पहली महिला उम्मीदवार हैं।
राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली बौद्ध अध्ययन की स्नातकोत्तर छात्रा चौधरी ने कहा कि वह विश्वविद्यालय के ‘‘वास्तविक मुद्दों’’ को उजागर करने के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
चौधरी ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘मैं एक किसान परिवार से आती हूं और 2019 से दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा रही हूं। मैं छात्रावासों की कमी, पढ़ने के अधिक स्थानों की मांग, स्वच्छ शौचालयों और 12 दिन की मासिक धर्म छुट्टी जैसे मुद्दे उठाने के लिए चुनाव लड़ रही हूं।’’
एनएसयूआई की उम्मीदवार ने कहा कि अध्यक्ष के रूप में उनकी दृष्टि में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाना, यौन उत्पीड़न के खिलाफ लैंगिक संवेदनशीलता समिति (जीएससीएएसएच) को मजबूत करना और विश्वविद्यालय परिसर के बुनियादी ढांचे को उन्नत करना शामिल होगा।
वहीं, वामपंथी गठबंधन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई)-ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) की ओर से अंजलि को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में उतारा गया है।
अंजलि का कहना है कि विश्वविद्यालय की जमीन पर एक व्यावसायिक इमारत के निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद वह राजनीति में आ गईं।
अंजलि ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘डीयू में आना स्वतंत्रता और स्वायत्तता की ओर एक कदम था। स्नातक के अपने दूसरे वर्ष में एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर, मैं आइसा के लोगों से मिली और महसूस किया कि जब हम अपने आस-पास के मुद्दों को देखते हैं और जानते हैं कि कौन जिम्मेदार है, तो हमें लड़ना चाहिए।’’
अंजलि इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय की छात्रा हैं और बिहार के गया जिले के ताजपुर गांव की रहने वाली हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अध्यक्ष पद के लिए आर्यन मान को उम्मीदवार बनाया है, जो हरियाणा के बहादुरगढ़ से हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय में लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं। आर्यन ने हंसराज कॉलेज से स्नातक किया है।
आर्यन मान ने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य दिल्ली विश्वविद्यालय को अधिक समावेशी, छात्र-अनुकूल और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी संस्थान बनाना है। यदि मैं चुना जाता हूं, तो मैं सब्सिडी वाले मेट्रो पास, मुफ्त वाई-फाई के साथ सार्वभौमिक डिजिटल पहुंच और छात्रों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बेहतर छात्रावास सुविधाएं तथा किफायती और सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करना चाहता हूं।’’
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