यादवपुर विवि की छात्रा के माता-पिता ने कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की
वैभव दिलीप
- 15 Sep 2025, 03:45 PM
- Updated: 03:45 PM
कोलकाता, 15 सितंबर (भाषा) यादवपुर विश्वविद्यालय की दिवंगत छात्रा अनामिका मंडल के माता-पिता ने अपनी इकलौती बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए सोमवार को लाल बाजार में कोलकाता के पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अनामिका के माता-पिता ने रविवार को कहा था कि वे पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे। उन्होंने अपनी बेटी की मौत के मामले में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
छात्रा पिछले दिनों परिसर के अंदर एक जलाशय में बेहोशी की हालत में मिली थी और पास के एक अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया था।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘माता-पिता आज सुबह कोलकाता पुलिस मुख्यालय, लालबाजार पहुंचे। उन्होंने पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और अपने अगले कदम के बारे में उनसे सलाह ली।’’
कोलकाता पुलिस के सूत्रों ने बताया कि वर्मा ने उनकी बात सुनी और मामले में त्वरित जांच का आश्वासन दिया।
इस बीच, जांचकर्ताओं ने मामले में अनामिका के तीन दोस्तों से बात की। रविवार को चार अन्य दोस्तों से भी पूछताछ की गई थी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘वे अनामिका के करीबी दोस्त हैं। उनमें से एक दंपति है, जिसने उसे तालाब में तैरते देखा। वहीं, अन्य लोग उसे तालाब से निकालकर अस्पताल ले गए।’’
समझा जाता है कि पुलिस 11 सितंबर की रात की घटना की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही है।
अनामिका की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का प्राथमिक कारण ‘डूबना’ बताया गया है।
घटना के बाद पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था और जांच शुरू की।
शोक संतप्त पिता अर्नब मंडल ने रविवार को बेटी का अंतिम संस्कार किया। उन्होंने कहा कि वह इस बात से परेशान हैं कि अनामिका रात 10 बजे के आसपास परिसर के अंदर जलाशय के किनारे क्यों गई, जबकि वह तैरना नहीं जानती थी।
मंडल ने कहा कि एक प्रोफेसर ने उन्हें अनामिका का मोबाइल फोन और हेयर क्लिप दिया था, लेकिन वह उस छात्र की पहचान नहीं कर सके, जिसने तालाब के किनारे से ये चीजें इकट्ठा करके उन्हें सौंपी थीं।
मंडल ने कहा, ‘‘हालांकि, उसका चश्मा नहीं मिला।’’
संदेह व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आश्चर्य है कि क्या अनामिका को किसी ने जानबूझकर पानी में धकेला था। मेरी बेटी ने शराब नहीं पी थी। अगर उसने सचमुच उस रात शराब पी थी, तो किसी ने उसके खिलाफ साजिश रची थी। मैं चाहता हूं कि पुलिस उस दुर्भाग्यपूर्ण रात घटनास्थल पर मौजूद उसके दोस्तों से पूछताछ करे।’’
पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के अपने फैसले की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में हमने कहा था कि हमें उसकी मौत के लिए किसी पर शक नहीं है, लेकिन बाद में कुछ सवाल हमारे मन में उठते रहे। हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए।’’
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का स्वतः संज्ञान लिया है और कोलकाता पुलिस आयुक्त को विस्तृत जांच के लिए पत्र लिखा है।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में तीन दिन के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
भाषा वैभव