शिवसेना (उबाठा) का भारत-पाक क्रिकेट मैच के खिलाफ प्रदर्शन, आप ने भी विरोध जताया
तान्या तान्या सुरेश
- 14 Sep 2025, 08:36 PM
- Updated: 08:36 PM
मुंबई, 14 सितंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) के सदस्यों ने रविवार को दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान एशिया कप क्रिकेट मैच के खिलाफ महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किये और एक टेलीविजन सेट भी तोड़ दिया।
पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीम दुबई में आमने-सामने होंगी, जो मई में हुए सैन्य संघर्ष के बाद दोनों पक्षों के बीच पहला मैच होगा।
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले क्षेत्रों में आतंकवादी ढांचों पर हमले किए थे। हमले में अधिकतर पर्यटक मारे गये थे।
भारत सरकार ने राष्ट्रीय टीम को विश्व कप और एशिया कप जैसे बहुराष्ट्रीय आयोजनों में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन किसी भी खेल में द्विपक्षीय मुकाबलों पर रोक लगा दी है।
शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों से यह मैच न देखने की अपील भी की थी और कहा था कि उनकी पार्टी की महिला कार्यकर्ता सिंदूर इकट्ठा करके प्रधानमंत्री कार्यालय भेजेंगी।
इस मैच के विरोध-प्रदर्शन के बाद, शिवसेना (उबाठा) ने रविवार को मुंबई में 'माझा कुंकू माझा देश' अभियान चलाया।
पार्टी नेता एवं मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम ये चीजें (सिंदूर और विवाहित महिलाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अन्य चीजें) आधिकारिक माध्यम से डाक के जरिये, न केवल मुंबई से बल्कि पूरे महाराष्ट्र से प्रधानमंत्री कार्यालय भेजेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री से कहेंगे कि हमारी बहनों के पतियों (पहलगाम हमले का संदर्भ) की मौत के जिम्मेदार लोगों को पकड़ा जाना चाहिए।’’
पेडनेकर ने अपनी पार्टी के दक्षिण मुंबई सांसद अरविंद सावंत के साथ करी रोड के पास विरोध प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने नारे लगाए और मैच के विरोध में तख्तियां दिखाईं।
कांदिवली इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर रखे एक टेलीविजन सेट को तोड़ दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहर के अन्य हिस्सों में भी प्रदर्शन किया।
पार्टी विधायक और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बीसीसीआई अब भी दिखा सकता है कि वह भारत का है, यह पैसे का लालची नहीं है। बीसीसीआई अब भी साबित कर सकता है कि वह देशद्रोही नहीं है।’’
आदित्य ने खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों को यह समझना चाहिए कि वे उस देश के खिलाफ खेल रहे हैं जहां से आतंकवादी आए और निर्दोष लोगों का नरसंहार किया।
उन्होंने कहा, "पहलगाम में जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके बारे में सोचिए। आतंकवादियों को पनाह देने वाले देश का बहिष्कार करने से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता। यह सब जानते हुए भी खेल जारी रखना कितना शर्मनाक है।"
विधायक ने कहा, "आज हमें एक ऐसी केंद्र सरकार की कमी खल रही है जो ऐसे राष्ट्र-विरोधी कृत्यों पर कड़ी कार्रवाई करती।"
शिवसेना (उबाठा) के सचिव एवं मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के सदस्य मिलिंद नार्वेकर ने दावा किया कि एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच आयोजित करने का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंधेरे में रखकर लिया गया था।
एमसीए की शीर्ष परिषद के सदस्य नार्वेकर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इन मैचों को आयोजित करने का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंधेरे में रखकर लिया गया था।’’
एमएलसी भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ अपनी पार्टी द्वारा आयोजित दर्शन के दौरान एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
शिवसेना (उबाठा) के कार्यकर्ताओं ने पड़ोसी शहर पुणे में भी मैच के खिलाफ प्रदर्शन किया।
भाषा तान्या तान्या