प्रधानमंत्री सोमवार को बिहार में हवाई अड्डे सहित 36,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत
कैलाश नोमान
- 14 Sep 2025, 07:04 PM
- Updated: 07:04 PM
पटना, 14 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को बिहार दौरे पर कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें 36000 करोड़ रुपये की की परियोजनाएं शामिल हैं जिनसे राज्य के विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं और अपने 11 साल के कार्यकाल में, मोदी ने बिहार को लगभग 1.50 लाख करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी है तथा कल एक और तोहफा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पूर्णिया हवाई अड्डे के नए सिविल एन्क्लेव में अंतरिम टर्मिनल भवन का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री करेंगे जिससे यात्री संचालन क्षमता बढ़ेगी।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, इसके अलावा वह ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन’ केंद्र का उद्घाटन करेंगे, जो राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत की पहली अत्याधुनिक सुविधा होगी। यह तकनीक डेयरी किसानों को अधिक मादा बछिया प्राप्त करने में मदद करेगी और उनकी आय में वृद्धि करेगी।
इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री राज्य में निजी क्षेत्र के निवेश वाली ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखेंगे जो करीब 25 हजार करोड़ रुपये की है।
बयान के अनुसार, मोदी 2,680 करोड़ रुपये की लागत वाली कोसी-मेची परियोजना के पहले चरण का भी शिलान्यास करेंगे। इस परियोजना के तहत नहरों का उन्नयन, गाद की निकासी, क्षतिग्रस्त संरचनाओं का पुनर्निर्माण और जल निकासी क्षमता को 15,000 क्यूसेक से बढ़ाकर 20,000 क्यूसेक किया जाएगा और इससे पूर्वोत्तर बिहार के जिलों को सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और कृषि लचीलेपन में मदद मिलेगी।
बयान में कहा गया है कि रेल संपर्क को नई दिशा देने के लिए प्रधानमंत्री बिक्रमशिला से कटेरिया तक 2,170 करोड़ रुपये की लागत वाली रेल लाइन का शिलान्यास करेंगे, जो गंगा नदी पर सीधा रेल संपर्क प्रदान करेगी। इसके अलावा अररिया से गलगलिया (ठाकुरगंज) तक 4,410 करोड़ रुपये लागत वाली नई रेल लाइन का उद्घाटन भी किया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक, जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और रविवार आधी रात से 24 घंटे के लिए राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर वाहनों का परिचालन भी निलंबित रहेगा।
इस बीच, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पूर्णिया स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) का औचक निरीक्षण किया और इसका वीडियो भी शूट किया।
यादव ने अपने ‘एक्स’ पेज पर शनिवार देर रात शूट किए गए लगभग आठ मिनट के वीडियो को साझा करते हुए कहा, “मैंने उस दिन परिसर का दौरा किया जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा बिहार में थे। मोदी सरकार के 11वें वर्ष में स्थिति स्पष्ट है।”
पूर्व उप-मुख्यमंत्री वीडियो क्लिप में मरीजों और अस्पताल के कर्मचारियों के साथ बातचीत करते देखे जा सकते हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता ने दुख जताते हुए कहा, “यहां नई इमारत की लागत सैकड़ों करोड़ रुपये रही होगी। फिर भी, इसमें आईसीयू और ट्रॉमा सेंटर नहीं है। कोई भी हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं है। निर्माण कार्य अब भी जारी रहने के कारण, छोटे बच्चों सहित कई मरीज़ खुले में लेटने को मजबूर हैं, जिससे उन्हें डेंगू जैसी बीमारी का खतरा हो सकता है।”
उन्होंने कहा, “यहां तक कि तथाकथित चालू वार्डों में भी पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। मरीज़ गंदी चादरों से काम चला रहे हैं या अपने घरों से ला रहे हैं।”
केंद्र और राज्य सरकार, दोनों पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करूंगा कि जंगल राज (राजद शासन) के खिलाफ अपनी तीखी आलोचनाओं के बाद, वह जीएमसीएच जाएं। ‘डबल इंजन’ वाली सरकार की घोर विफलताए उन्हें सामने दिख जाएंगी। उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी साथ लाना चाहिए, जो यह शेखी बघारते हैं कि 2005 में उनके सत्ता संभालने के बाद, सब कुछ ठीक रहा है।”
भाषा कैलाश