नाविकों के पारंपरिक व्यवसाय को दबंगों को सौंपा जा रहा: अखिलेश यादव
राजकुमार
- 13 Sep 2025, 06:38 PM
- Updated: 06:38 PM
लखनऊ, 13 सितंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर आरोप लगाया कि नाविकों (मछुआरों) के साथ अन्याय हो रहा है और उनके पारम्परिक व्यवसाय को दबंगों को सौंपा जा रहा है।
यादव से आज प्रयागराज से मिलने आये नाविक मजदूर कल्याण समिति (रजि) के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन देकर उनसे मछली पकड़ने के लिए नदियों की नीलामी को तत्काल प्रभाव से निरस्त किये जाने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने की अपील की।
सपा मुख्यालय से जारी एक बयान के अनुसार नाविक प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए यादव ने कहा, “नाविक बंधुओं की चिंता में मुख्य बिंदु पर्यावरण की सुरक्षा है, उसकी उपेक्षा का परिणाम उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश में आई आपदाओं से दिखाई दिया है।”
उन्होंने कहा, “नाविक अपने अधिकारों के सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनके साथ अन्याय हो रहा है और उनके पारम्परिक व्यवसाय को दबंगों को सौंपा जा रहा है।”
यादव ने कहा कि सरकार में आने पर समाजवादी पार्टी जातीय जनगणना करायेगी, तभी सभी को समानुपातिक आधार पर हक और सम्मान मिलेगा।
उन्होंने कहा, “सामाजिक न्याय के राज की स्थापना होगी। पीडीए में नाविक वर्ग भी है। पीडीए 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी सरकार बनायेगा।”
यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के 2027 के घोषणा-पत्र में नाविकों को नयी नावें देने का वादा शामिल रहेगा तथा निषाद राज गुह्य की प्रतिमा गोमती रिवरफ्रंट पर स्थापित की जाएगी जिसमें नाव की पतवार सोने की होगी।
नाविकों द्वारा सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि नदियों में मत्स्य आखेट करना मछुआरों का जन्मसिद्ध अधिकार है। उनके इस अधिकार को छीनने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2019 में जारी शासनादेश में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बहने वाली गंगा, यमुना, टोंस, बेलन इत्यादि नदियों में मछली पकड़ने के लिए कई खंड बनाकर उसकी नीलामी का प्रावधान किया गया है, यह सरासर गलत है।
यादव से मिलकर नाविक संगठन के प्रतिनिधियों ने शासनादेश 2019 के निरस्तीकरण में अपने प्रभाव का प्रयोग करने का आग्रह किया है।
सपा प्रमुख ने कहा कि पीडीए की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है तथा लोकतंत्र में इसी वोट से भाजपा सरकार को हटाना है।
भाषा आनन्द