दक्षिणेश्वर पदार्पण में चमके, नागल की जीत से वापसी, भारत ने स्विट्जरलैंड पर 2-0 से बढ़त बनाई
आनन्द नमिता नमिता आनन्द
- 12 Sep 2025, 10:00 PM
- Updated: 10:00 PM
बील (स्विट्जरलैंड), 12 सितंबर (भाषा) रिजर्व खिलाड़ी के रूप में चुने गए दक्षिणेश्वर सुरेश ने स्विट्जरलैंड के ऊंची रैंकिंग वाले जेरोम काइम को सीधे सेटों में हरा दिया जबकि सुमित नागल ने डेविस कप में जीत से वापसी की जिससे भारत शुक्रवार को यहां यूरोपीय टीम के खिलाफ मुकाबले में जीत की दहलीज पर पहुंच गया।
कप्तान रोहित राजपाल ने आर्यन शाह की जगह दक्षिणेश्वर पर भरोसा जताया और चेन्नई के इस लंबे कद के खिलाड़ी ने अपने उन्हें निराश नहीं किया। उन्होंने 155वीं रैंक वाले काइम को शुरुआती एकल मुकाबले में 7-6 (4) 6-3 से शिकस्त दी।
एटीपी रैंकिंग में दक्षिणेश्वर 626वें स्थान पर हैं, लेकिन उनका खेल इस कम रैंकिंग से कहीं बेहतर था। उन्होंने नेट का शानदार इस्तेमाल कर अपने प्रतिद्वंद्वी को परेशान किया।
पिछले साल शीर्ष 100 में रहने के बाद अब शीर्ष 300 में बने रहने के लिए संघर्ष कर रहे नागल ने मार्क-एंड्रिया ह्यूस्लर को 6-3, 7-6 (4) से हराकर डेविस कप में जीत से वापसी की जिससे भारत को पहले दिन के अंत में 2-0 की बढ़त मिली।
भारत अब यूरोपीय धरती पर एक यादगार डेविस कप जीत हासिल करने के बहुत करीब है क्योंकि उसे शनिवार को होने वाले तीन मैचों में से एक में जीत हासिल करनी होगी।
एन श्रीराम बालाजी और ऋत्विक बोलिपल्ली की टीम उलट एकल से पहले जैकब पॉल और डोमिनिक स्ट्राइकर से भिड़ेगी।
भारतीय डेविस कप टीम की यात्रा इतिहास पर नजर डाले तो पता चलता है कि भारत ने दौरे के दौरान उज्बेकिस्तान और कजाखस्तान जैसी मजबूत एशियाई टीमों को हराया था लेकिन जब यूरोपीय टीम की बात आती है तो उसका रिकॉर्ड खराब है।
भारत ने पिछली बार 1993 में कान्स में किसी यूरोपीय टीम को हराया था, जब लिएंडर पेस और रमेश कृष्णन की अगुवाई में टीम ने क्वार्टर फाइनल में फ्रांस को 3-2 से हराया था।
इस सदी की शुरुआत से भारत को स्वीडन (2024), डेनमार्क (2023), नॉर्वे (2022), फिनलैंड (2021), क्रोएशिया (2020), इटली (2019), सर्बिया (2018, 2011), कनाडा (2017), रूस (2010), रोमानिया (2008), स्वीडन (2005), नीदरलैंड (2003) और स्वीडन (2000) से विदेशी मैदानों में हार मिली है।
भारत ने हालांकि 2022 में नयी दिल्ली में घरेलू मैदान पर डेनमार्क को हराया था।
ह्यूस्लर 222वें स्थान के साथ भारतीय खिलाड़ी से 68 स्थान ऊपर हैं लेकिन नागल ने डेविस कप करियर के सबसे प्रतिस्पर्धी प्रदर्शनों में से एक की बदौलत भारत को बढ़त दिला दी।
दक्षिणेश्वर ने मैच के कहा, ‘‘मैं बस धैर्य के साथ अपनी योजना के मुताबिक खेलने पर ध्यान दे रहा था। पहली बार देश के लिए खेलने का बहुत दबाव था। मुझे लगता है कि मैंने इसे काफी अच्छे से संभाला। मैंने अपनी ताकत के साथ खेला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ गेम ऐसे थे जहां मैं पिछड़ सकता था लेकिन मैंने अपनी सर्विस पर भरोसा किया, जो मेरी ताकत है।’’
दक्षिणेश्वर और काइम के खिलाफ चौथे गेम में असहज गलतियों के कारण चौथे गेम के कारण 0-40 से पिछड़ गए। उन्होंने लगातार पांच अंक लेकर स्कोर बराबर कर दिया।
दक्षिणेश्वर और काइम ने मैच की शुरुआत अच्छी की और शानदार सर्विस की। चौथे गेम में दक्षिणेश्वर ने लगातार कुछ गलतियां कीं, जिससे वह 0-40 से पीछे हो गए। उन्होंने लगातार पांच अंक हासिल कर स्कोर बराबर कर लिया।
दक्षिणेश्वर की सर्विस छठे गेम में फिर से दबाव में आ गई। 30-ऑल के स्कोर पर, उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी के बैकहैंड पर लगातार हिट किया और एक बैकहैंड विनर के साथ गेम जीत लिया। दूसरी ओर, काइम की सर्विस उतनी तेज नहीं थी, लेकिन वह सही जगह पर हिट करके आगे बढ़ते रहे।
दक्षिणेश्वर ने अब नेट के करीब आकर खेलना शुरू किया, जिससे मैच में बहुत फ़र्क पड़ा। पहले सेट में कोई ब्रेक नहीं हुआ और यह सेट टाई-ब्रेकर से तय हुआ। दक्षिणेश्वर ने फोरहैंड शॉट से 5-3 की बढ़त बना ली।
मैच की सबसे लंबी रैली में काइम का शॉट नेट पर लग गया, जिससे दक्षिणेश्वर को दो सेट पॉइंट मिले। उन्होंने पहला मौका गंवा दिया, लेकिन बैकहैंड लॉब से दूसरा सेट पॉइंट जीतकर पहला सेट अपने नाम कर लिया।
दूसरे सेट के पांचवें गेम में काइम को पहली बार ब्रेक का मौका मिला। दक्षिणेश्वर ने एक सर्विस रिटर्न को यह सोचकर छोड़ दिया कि गेंद बाहर जाएगी, लेकिन वह लाइन पर गिरी। दक्षिणेश्वर ने इस ब्रेक पॉइंट को बचा लिया और मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी।
दक्षिणेश्वर को अपनी अगली सर्विस में और भी ब्रेक पॉइंट का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने ज़ोरदार सर्विस से इसका बचाव किया। उन्होंने काइम की सर्विस को ब्रेक किया और 5-3 की बढ़त के साथ मैच पर अपनी पकड़ मज़बूत कर ली।
भारतीय खिलाड़ी ने अपनी सर्विस पर ऐस के साथ मैच को ख़त्म कर दिया।
भाषा आनन्द नमिता नमिता आनन्द