मॉरीशस के व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश में व्यापार, निवेश की संभावनाएं तलाशीं
सलीम रवि कांत रमण प्रेम
- 11 Sep 2025, 07:04 PM
- Updated: 07:04 PM
वाराणसी/ लखनऊ, 11 सितंबर (भाषा) मॉरीशस के एक प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को यहां भारतीय उद्योग मंडलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, कृत्रिम मेधा एवं अन्य क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं तलाशीं।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, 'इन्वेस्ट यूपी' की तरफ से आयोजित बैठक में प्रमुख भारतीय उद्योग मंडलों को नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, बंदरगाहों, सड़कों, स्वास्थ्य सेवा, औषधि, वित्तीय सेवाओं, बुनियादी ढांचे, पर्यटन और कृत्रिम मेधा (एआई) जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए साथ लाया गया।
इस बैठक का उद्देश्य उत्तर प्रदेश और मॉरीशस के बीच आर्थिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना और दीर्घकालिक निवेश साझेदारियों को बढ़ावा देना था।
चर्चा में आईआईए, सीआईआई, पीएचडीसीसीआई, इंडियन अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स, एसोचैम और लघु उद्योग भारती जैसे उद्योग मंडलों के वरिष्ठ अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, बंदरगाह, सड़क, स्वास्थ्य सेवा, औषधि, वित्तीय सेवाएं, बुनियादी ढांचा, पर्यटन और कृत्रिम मेधा (एआई) जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की गयी।
'इन्वेस्ट यूपी' के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी शशांक चौधरी ने मॉरीशस के 28-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए उत्तर प्रदेश में निवेश के अवसरों पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने राज्य की मजबूत बुनियाद का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की 56 प्रतिशत से अधिक आबादी कार्यशील आयु वर्ग में आती है जो एक बड़ा जनसांख्यिकीय लाभ प्रदान करती है।
उन्होंने राज्य में एक्सप्रेसवे के विस्तृत नेटवर्क, पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों (एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक निर्माणधीन नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी शामिल) की मौजूदगी और 16 घरेलू हवाई अड्डों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य 34 से अधिक क्षेत्र-विशिष्ट नीतियां प्रदान करता है, जिनमें भारत के सबसे आकर्षक प्रोत्साहन शामिल हैं।
चौधरी ने विदेशी प्रतिनिधिमंडल से इन अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान करने के साथ वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बनाई गई 'फॉर्च्यून ग्लोबल एवं इंडिया-500 निवेश प्रोत्साहन नीति 2023' और 'उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश एवं रोजगार संवर्द्धन नीति 2022' का जिक्र किया।
उन्होंने यह भी बताया कि निवेशकों की सुविधा के लिये उत्तर प्रदेश भारत की सबसे बड़ी एकल खिड़की व्यवस्था ‘निवेश मित्र’ प्रदान करता है।
मॉरीशस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे संजय भुंजन ने दोनों देशों के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख किया। उन्होंने मॉरीशस को 'छोटा भारत' बताते हुए उत्तर प्रदेश से साझा मूल्यों और भावनात्मक रिश्तों को रेखांकित किया। उन्होंने यह भी कहा कि मॉरीशस अफ्रीका में विस्तार करने वाले भारतीय कंपनियों के लिए एक द्वार और आधार बन सकता है।
इस अवसर पर आईआईए, आईएसीसी और लघु उद्योग भारती सहित उद्योग मंडलों ने भी विचार साझा किए और भारत एवं मॉरीशस के बीच सहयोग एवं नए अवसरों की संभावनाओं का उल्लेख किया।
भाषा सलीम रवि कांत रमण