आईएमडी ने 15 सितंबर तक अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान जताया
खारी पवनेश
- 11 Sep 2025, 05:00 PM
- Updated: 05:00 PM
ईटानगर, 11 सितंबर (भाषा) भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में 15 सितंबर तक भारी से अत्यंत भारी बारिश का बृहस्पतिवार को पूर्वानुमान व्यक्त किया और संवेदनशील जिलों के लिए चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग ने दिन के समय कई जिलों में मूसलधार बारिश की संभावना जताई है। इसके अनुसार, तवांग, पश्चिम कामेंग, पापुम पारे, पूर्वी कामेंग, लोअर सुबनसिरी, पूर्वी सियांग, पश्चिमी सियांग, दिबांग घाटी और अंजॉ में भारी बारिश हो सकती है।
कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश का अनुमान जताते हुए कई जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, पूर्वी कामेंग, पापुम पारे, पक्के-केसांग, पश्चिमी कामेंग, पूर्वी सियांग और दिबांग घाटी जिलों में शुक्रवार को गरज-चमक के साथ हल्की या भारी बारिश हो सकती है।
इन जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी करते हुए संभावित जलभराव और स्थानीय परिवहन बाधित होने की चेतावनी दी गई है।
शनिवार को बारिश की तीव्रता और बढ़ने का अनुमान है। मौसम विभाग ने नामसाई, चांगलांग, तिरप, लोहित और लोअर दिबांग घाटी के कुछ हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मध्य और पूर्वी अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है, जिसमें निचले इलाकों में संभावित बाढ़ और नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका जताते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
रविवार तक, तवांग, पश्चिमी कामेंग और पूर्वी कामेंग सहित पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश के साथ-साथ अपर सुबनसिरी, पश्चिमी सियांग और अपर सियांग में भीषण बारिश का अनुमान है।
आईएमडी ने कुछ क्षेत्रों में अत्यंत भारी वर्षा, जबकि अधिकांश अन्य जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है।
कई क्षेत्रों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए एहतियाती कदम उठाने का आग्रह किया गया है।
बारिश का यह दौर 15 सितंबर तक जारी रह सकता है। आईएमडी ने तिरप, लोंगडिंग, नामसाई, चांगलांग और लोअर दिबांग घाटी जैसे जिलों में अत्यंत भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
चेतावनियों में संभावित भूस्खलन, नदियों के जलस्तर में वृद्धि, और पहाड़ी इलाकों में सड़क संपर्क बाधित होने की आशंका जताई गई है। अरुणाचल प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में अधिकांश इलाके अलर्ट पर हैं और स्थानीय प्रशासन से त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहने की अपेक्षा की गई है।
भाषा खारी