दिल्ली के कई हिस्सों में जलापूर्ति प्रभावित, मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की
खारी पवनेश
- 05 Sep 2025, 09:05 PM
- Updated: 09:05 PM
नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) यमुना नदी में गाद बढ़ने के कारण वजीराबाद जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) के उत्पादन में 20 प्रतिशत की कमी के बाद दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और कहा कि सरकार सतर्क है तथा किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
वजीराबाद डब्ल्यूटीपी दिल्ली जल बोर्ड के सबसे बड़े संयंत्रों में से एक है। इसकी कुल क्षमता 138 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) जल उत्पादन की है। हालांकि, जल उत्पादन में कमी की गयी है।
दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम नदी में अधिक मात्रा में गाद और गंदलापन होने की स्थिति में जल उत्पादन कम कर देते हैं। यह नदी हमारा कच्चे पानी का स्रोत है, जिसे आगे जल शोधन संयंत्रों में उपचारित किया जाता है। वजीराबाद संयंत्र फिलहाल 20 प्रतिशत कम क्षमता पर संचालित किया जा रहा है, लेकिन हमें उम्मीद है कि कुछ घंटों बाद हम इसे पूरी क्षमता पर संचालित कर पाएंगे।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘ गंदलापन बढ़ने के कारण प्रभावित हुआ यह पहला संयंत्र नहीं है। इससे पहले चंद्रावल जल शोधन संयंत्र भी प्रभावित हुआ था, लेकिन अब वह पूरी क्षमता के साथ का कर रहा है।’’
जलापूर्ति बाधित होने से राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
‘मॉडल टाउन रेजिडेंट्स सोसाइटी’ के महासचिव संजय गुप्ता ने कहा, ‘‘कल से मॉडल टाउन में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है... संपर्क करने पर, दिल्ली जल बोर्ड ने हमें बताया कि वजीराबाद जल शोधन संयंत्र बंद होने के कारण, आपूर्ति कल सुबह से ही शुरू होने की उम्मीद है।’’
कई लोगों ने पानी के टैंकर के लिए कोशिश की, लेकिन जल बोर्ड ने उन्हें बताया कि पानी का कोई टैंकर उपलब्ध नहीं है।
गुप्ता ने बताया कि निवासियों को मजबूरन बाजार से पेयजल खरीदना पड़ा।
यमुना का जलस्तर 207 मीटर के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे पिछले कुछ दिनों में कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। लोग विस्थापित हुए हैं और व्यवसाय भी प्रभावित हुआ है।
इस बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और कहा कि सरकार सतर्क है तथा किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, गुप्ता ने कहा कि यमुना का पानी ‘‘लगातार घट रहा है’’ और स्थिति जल्द ही सामान्य होने की संभावना है।
जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में उन्होंने कहा, ‘‘फिर भी, सरकार प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पूरी तरह से तत्पर है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बाढ़ की स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और अधिकारियों की टीम प्रभावित लोगों को 24 घंटे सहायता प्रदान कर रही है।
गुप्ता ने कहा, ‘‘उन्हें (प्रभावित लोग) भोजन, पानी, चिकित्सा सहायता, शौचालय की सुविधा और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में किसानों के मवेशियों के लिए चारा भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जरूरत के अनुसार निवासियों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है।’’
गुप्ता ने कहा कि यमुना का जलस्तर फिलहाल कम हो रहा है, इसलिए दिल्लीवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों को बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जा सके।
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार सुबह आठ बजे 207.31 मीटर दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले यह इस मौसम के सर्वोच्च स्तर पर 207.48 मीटर था।
भाषा
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