जीएसटी दरों में कटौती के बावजूद मुनाफावसूली से सेंसेक्स में मामूली बढ़त
रमण अजय
- 04 Sep 2025, 05:21 PM
- Updated: 05:21 PM
मुंबई, चार सितंबर (भाषा) जीएसटी दरों में व्यापक कटौती के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज और इन्फोसिस जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बृहस्पतिवार को स्थानीय शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 150 अंक के लाभ में रहा जबकि एनएसई निफ्टी 19 अंक मजबूत हुआ।
जीएसटी में व्यापक सुधारों के तहत रोजमर्रा के उपयोग के सामान पर कर दरें कम की गयी हैं।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 150.30 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,718.01 अंक पर बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज और इन्फोसिस जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के कारण बाजार में बढ़त सीमित रही।
सेंसेक्स के 19 शेयर नुकसान में जबकि 11 बढ़त में रहे।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 888.96 अंक यानी 1.10 प्रतिशत चढ़कर 81,456.67 अंक पर पहुंच गया, लेकिन बाद में प्रमुख कंपनियों में मुनाफावसूली के कारण यह नीचे आया।
पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी 19.25 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,734.30 अंक पर बंद हुआ।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अच्छी शुरुआत के बाद, घरेलू बाजार लगभग स्थिर बंद हुआ। वाहन, वित्त और एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान) जैसे उपभोग से जुड़े क्षेत्रों को छोड़कर पूरे बाजार में मुनाफावसूली देखी गई...। अमेरिका की ओर से जारी शुल्क चेतावनियों का बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।’’
जीएसटी दरों में सुधारों से रोटी/पराठे से लेकर बाल में लगाने वाले तेल, आइसक्रीम और टीवी जैसे आम इस्तेमाल की चीजें सस्ती होंगी, जबकि व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर कर अब नहीं लगेगा।
जीएसटी में पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दो-स्तरीय कर संरचना को मंजूरी दी गयी है। नई दरें 22 सितंबर यानी नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगी।
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा में सबसे ज्यादा 5.96 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, ट्रेंट, आईटीसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी लाभ में रहे।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में मारुति सुजुकी इंडिया, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एचसीएल टेक, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, इन्फोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर शामिल हैं।
लाइवलॉन्ग वेल्थ के शोध विश्लेषक और संस्थापक हरिप्रसाद के. ने कहा, ‘‘नई जीएसटी दरों से चीजें सस्ती होने की उम्मीद से बाजार में मजबूत शुरुआत हुई, लेकिन कारोबार के दूसरे चरण में मुनाफावसूली ने शुरुआती बढ़त को कायम नहीं रह पाई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती कारोबार में वाहन, दैनिक उपयोग का सामान और टिकाऊ उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में अच्छी लिवाली हुई। हालांकि, मुनाफावसूली ने प्रमुख सूचकांकों पर दबाव डाला और बाजार कुछ नीचे आया।’’
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप और बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.60-0.60 प्रतिशत नीचे आये।
बीएसई के 2,325 शेयरों में गिरावट आई जबकि 1,807 शेयर लाभ में रहे। वहीं 148 शेयर के भाव अपरिवर्तित रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की सूचकांक सकारात्मक दायरे में रहे, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार बुधवार को ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,666.46 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,495.33 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.08 प्रतिशत टूटकर 66.87 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
सेंसेक्स बुधवार को 409.83 अंक चढ़ा था, जबकि निफ्टी 135.45 अंक के लाभ में रहा था।
भाषा रमण