अगरबत्ती के लिए कच्चे माल की आपूर्ति के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार
नोमान नेत्रपाल
- 13 May 2025, 08:17 PM
- Updated: 08:17 PM
नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने अगरबत्ती के देशभर में छोटे निर्माताओं को निशाना बनाकर की गई धोखाधड़ी के कथित मास्टरमांइड को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि इस धोखाधड़ी के तहत अगरबत्ती के छोटे निर्माताओं से कच्चे माल के लिए भुगतान तो लिया गया लेकिन इसकी आपूर्ति नहीं की गई।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि आरोपी की पहचान अभिषेक ओबेराय (37) के रूप में हुई है, जिसने सोशल मीडिया मंच मुख्य रूप से ‘फेसबुक’ पर फर्जी आपूर्तिकर्ता का प्रोफाइल बनाया और पीड़ितों को अगरबत्ती उत्पादन के लिए आवश्यक बांस की छड़ें तथा अन्य कच्चे माल की आपूर्ति का वादा किया।
इसने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान अगरबत्ती का वैध कारोबार स्थापित करने की कोशिश में नुकसान झेलने के बाद वह कथित तौर पर धोखाधड़ी करने लगा। आरोपी ने वाणिज्यिक लेन-देन के अपने बुनियादी ज्ञान का फायदा उठाकर कम लागत पर ऑनलाइन कच्चे माल की तलाश करने वाले निर्माताओं को निशाना बनाया।
पुलिस उपायुक्त निधिन वलसन ने कहा, ‘‘एक बार जब वह पीड़ितों का विश्वास जीत लेता, तो वह डिजिटल मंच के माध्यम से अग्रिम भुगतान एकत्र करता और फिर गायब हो जाता। वह पकड़े जाने से बचने के लिए अकसर सिम कार्ड और बैंक खाते बदल लेता।’’
जुलाई 2023 में दिल्ली के उद्यमी सुजीत कुमार झा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद यह सफलता मिली, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके साथ 21,060 रुपये की धोखाधड़ी की गई है।
पुलिस ने बताया कि 12 मई को ओबेराय के बुध विहार स्थित आवास पर छापेमारी की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इसने कहा कि छापेमारी के दौरान घोटाले में इस्तेमाल किए गए तीन मोबाइल फोन, छह सिम कार्ड, 35 बैंक कार्ड, 33 चेक बुक, 17 पासबुक, एक मोबाइल प्रिंटर और फर्जी दस्तावेज बनाने में इस्तेमाल की गई तीन जाली मोहर बरामद की गईं।
पुलिस को पता चला है कि ओबेराय का राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कम से कम 24 ऐसी शिकायतों से संबंध है। पुलिस अब अन्य पीड़ितों और संभावित सहयोगियों का पता लगाने के लिए पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की साइबर इकाइयों के साथ समन्वय कर रही है।
इसने कहा कि मामले में जांच जारी है।
भाषा नोमान