निपाह: केरल में छह संदिग्ध रोगियों की जांच रिपोर्ट ‘निगेटिव’, संक्रमित व्यक्ति की हालत गंभीर
जोहेब अविनाश
- 09 May 2025, 05:20 PM
- Updated: 05:20 PM
मलप्पुरम (केरल), नौ मई (भाषा) केरल सरकार ने शुक्रवार को कहा कि मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस के मरीज के संपर्क में आने के बाद जिन छह लोगों में इस रोग के लक्षण दिखे थे, उन सभी की जांच रिपोर्ट ‘निगेटिव’ आई है।
यह खबर राहत भरी है, हालांकि मूल मरीज की हालत गंभीर बनी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे जिले में सख्त निवारक उपाय जारी रहेंगे।
उन्होंने पहले से लागू उपायों की समीक्षा के लिए मलप्पुरम जिलाधिकारी कार्यालय में एक उच्च स्तरीय कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, संक्रमित रोगी के संपर्क में आए कुल 49 लोग निगरानी में हैं, जिनमें से पांच लोगों को हल्के लक्षण दिखाई देने पर मंजेरी मेडिकल कॉलेज के ‘पृथक वार्ड’ में भर्ती कराया गया है।
फिलहाल पेरिंथलमन्ना अस्पताल में भर्ती एर्नाकुलम की एक नर्स भी पृथकवास में है। उनके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए थे और सभी परिणाम ‘नेगेटिव’ आए हैं।
निगरानी में रखे गए 49 लोगों में से 12 आपस में रिश्तेदार हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसमें वलनचेरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तीन लोग, वलनचेरी क्लिनिक का एक व्यक्ति, पेरिंथलमन्ना अस्पताल के 25 लोग, प्रयोगशालाओं के दो और मेडिकल स्टोर के दो लोग शामिल हैं।
इसके अलावा, एहतियात के तौर पर कम जोखिम वाले चार लोगों की भी निगरानी की जा रही है।
मंत्री जॉर्ज ने जिलाधिकारी और जिला चिकित्सा अधिकारी को स्वास्थ्य विभाग के साथ सहयोग करने में विफल रहने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
इस बीच, एक संबंधित कदम के तहत, मरीज के घर के पास मिली मृत बिल्ली को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
निपाह एंटीबॉडी की मौजूदगी की जांच के लिए नमूने भोपाल की एक लैब में भेजे गए हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि पशुपालन विभाग इस जांच की निगरानी कर रहा है। रोकथाम प्रयासों के तहत पूरे जिले में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने मरीज के रिश्तेदारों से मिली जानकारी के आधार पर रोगी की हाल की गतिविधियों का ‘रूट मैप’ जारी किया है। मरीज 25 अप्रैल को जिन जगहों पर गया था, वहां के सीसीटीवी फुटेज भी एकत्र किए जा रहे हैं।
भाषा जोहेब