भारतीय वायुसेना अधिकारी पर हमला: मामले की जांच में स्थानीय अधिकारियों की सहायता कर रही वायुसेना
जितेंद्र माधव
- 22 Apr 2025, 05:41 PM
- Updated: 05:41 PM
बेंगलुरु, 22 अप्रैल (भाषा) भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को बताया कि बल बेंगलुरु में ‘रोड रेज’ की घटना से जुड़े अपने एक अधिकारी के मामले की जांच में स्थानीय अधिकारियों की सहायता कर रहा है।
अधिकारी के खिलाफ बेंगलुरु में मामला दर्ज किया गया है।
भारतीय वायुसेना ने एक आधिकारिक बयान में बताया, “कल (सोमवार को) बेंगलुरु में भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी से जुड़ी एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। वायुसेना मामले की जांच करने और कानूनी समाधान तक उसका अनुसरण करने में स्थानीय अधिकारियों की सहायता कर रही है।”
पुलिस के अनुसार, कॉल सेंटर में काम करने वाले एक कर्मचारी की जवाबी शिकायत पर भारतीय वायुसेना के 40 वर्षीय अधिकारी के खिलाफ हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी और स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि कर्मचारी को ‘रोड रेज’ की घटना में अधिकारी की शिकायत पर मामले की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था।
भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर शिलादित्य बोस ने एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया था कि सोमवार सुबह बेंगलुरु में बाइक से उनका पीछा करने वाले कन्नड़ भाषी लोगों के एक समूह ने उन पर हमला किया और उनके साथ गाली-गलौज की।
पुलिस ने इसे ‘रोड रेज’ का मामला बताते हुए विकास कुमार को गिरफ्तार किया, जो एक ‘सॉफ्टवेयर कंपनी’ के कॉल सेंटर में टीम हेड के तौर पर काम करता है।
पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला किया और कुछ वीडियो में भारतीय वायुसेना अधिकारी, विकास कुमार को कथित तौर पर पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, अधिकारी को कुमार के साथ बहस करते हुए और सार्वजनिक रूप से उसकी पिटाई करते हुए देखा गया जबकि उनकी पत्नी ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी।
पुलिस ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब वायु सेना के अधिकारी अपनी पत्नी के साथ हवाई अड्डे जा रहे थे।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) देवराज डी. ने बताया कि विकास कुमार की जवाबी शिकायत के आधार पर शिलादित्य बोस के खिलाफ बयप्पनहल्ली थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 (हत्या का प्रयास), 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 304 (छीनाझपटी), 324 (शरारत), 351 (आपराधिक धमकी) और 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कुमार ने आरोप लगाया कि अधिकारी ने उनके साथ भी मारपीट की।
पुलिस ने बताया कि दोनों मामलों की जांच की जा रही है।
वहीं मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कानून के अनुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया है, फिर चाहे घटना में कोई भी शामिल क्यों न हो।
सिद्धरमैया ने कहा कि भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने सोशल मीडिया पर कर्नाटक और कन्नड़ लोगों के बारे में ‘अनुचित और अपमानजनक’ टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा कि अधिकारी की टिप्पणी बेहद अपमानजनक और भड़काऊ है। सिद्धरमैया ने मांड्या में संवाददाताओं से कहा, “मैंने अधिकारियों से कानून के अनुसार कार्रवाई करने को कहा है, फिर चाहे वह कोई भी हो चाहे विंग कमांडर हो या कोई और।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत की है और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
सिद्धरमैया ने बाद में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “ बेंगलुरु के सीवी रमन नगर में हाल ही में हुई एक घटना के संबंध में, विंग कमांडर शिलादित्य बोस ने एक कन्नड़ व्यक्ति विकास कुमार पर हमला किया। इसके बाद, उन्होंने (शिलादित्य बोस) सोशल मीडिया पर कर्नाटक और कन्नड़ लोगों के बारे में अनुचित और अपमानजनक टिप्पणी की, जो बेहद अपमानजनक और भड़काऊ है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्नड़ लोगों को अपनी मातृभाषा पर गर्व है, लेकिन वे संकीर्ण या असहिष्णु नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “भाषाई मामलों पर दूसरों पर हमला करना या उन्हें गाली देना हमारी संस्कृति में नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “कर्नाटक में दूसरे राज्यों के लोगों को गले लगाने, उनके साथ सम्मान से पेश आने और उन्हें अपने लोगों में से एक के रूप में स्वीकार करने की एक लंबी व गौरवशाली परंपरा रही है। इस भूमि की समावेशी भावना इतिहास में अच्छी तरह से दर्ज है।”
भाषा जितेंद्र