कोटा में नीट अभ्यर्थी ने छात्रावास के कमरे में फांसी लगाई
राजकुमार
- 22 Apr 2025, 03:47 PM
- Updated: 03:47 PM
कोटा (राजस्थान), 22 अप्रैल (भाषा) कोटा में रहकर पढाई कर रहे बिहार के 18 वर्षीय एक ‘नीट’ अभ्यर्थी ने मंगलवार तड़के अपने छात्रावास के कमरे में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार कमरे से बरामद कथित ‘सुसाइड नोट’ में छात्र ने लिखा है कि उसके इस कदम के पीछे न तो उसका परिवार और न ही ‘नीट-यूजी (मेडिकल प्रवेश परीक्षा)’ की तैयारी कारण है।
कुन्हाड़ी थाने के अधिकारी अरविंद भारद्वाज ने कहा कि बिहार के छपरा का यह छात्र करीब एक साल से यहां एक कोचिंग संस्थान में नीट-यूजी की तैयारी कर रहा था और लैंडमार्क सिटी इलाके में एक छात्रावास में रह रहा था।
भारद्वाज ने कहा कि यह आत्मघाती कदम उठाने से पहले इस छात्र ने अपनी बहन को व्हाट्सएप संदेश भेजा जिसके बाद उसने (छात्र की बहन ने) छात्रावास के ‘केयरटेकर’ को कॉल की और अपने भाई के कमरे को देखने को कहा।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक जब ‘केयरटेकर’ ने किशोर के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी। तब पुलिस मौके पर पहुंची और उसने दरवाजा तोड़ा।
भारद्वाज ने बताया कि छात्र कमरे में फांसी पर लटका हुआ मिला।
उन्होंने बताया कि छात्रावास के कमरे में पंखे में 'आत्महत्या रोधी' उपकरण लगा हुआ था, लेकिन छात्र ने फांसी लगाने के लिए इस्तेमाल की गई रस्सी को उपकरण के ऊपर लगे लोहे के हुक से बांध दिया।
पुलिस के अनुसार कमरे से 'सुसाइड नोट' बरामद हुआ है। उसमें छात्र ने लिखा है कि उसके इस फैसले के लिए न तो उसका परिवार और न ही नीट परीक्षा की तैयारी जिम्मेदार है।
भारद्वाज ने बताया कि नोट में छात्र ने अपने इस आत्मघाती कदम की वजह नहीं बताई। उन्होंने बताया कि छात्र ने यह भी अनुरोध किया है कि उसका नाम, परिवार का विवरण या फोटो मीडिया के साथ साझा न किया जाए।
उन्होंने बताया कि छात्र के इस कदम के पीछे की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है।
भारद्वाज ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए एमबीएस अस्पताल के शवगृह में रख दिया गया है, जो उसके परिवार के सदस्यों के यहां पहुंचने के बाद किया जाएगा।
देश के कोचिंग हब कोटा में इस साल छात्र आत्महत्या का यह 11वां मामला है। पिछले साल यह संख्या 17 थी।
भाषा स. पृथ्वी