शेयर बाजार में लगातार छठे दिन तेजी, बैंक शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स 187 अंक और चढ़ा
रमण अजय
- 22 Apr 2025, 05:21 PM
- Updated: 05:21 PM
मुंबई, 22 अप्रैल (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला मंगलवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 187 अंक और चढ़ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह और बैंक तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 187.09 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79,595.59 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 415.8 अंक तक चढ़ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 41.70 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,167.25 अंक पर बंद हुआ।
आईटी और ऊर्जा क्षेत्रों को छोड़कर ज्यादातर सूचकांक लाभ में रहे। रियल्टी, एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियां) और बैंक में सबसे ज्यादा तेजी रही।
सेंसेक्स के शेयरों में आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, इटर्नल, कोटक महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ, इंडसइंड बैंक में सबसे अधिक 4.88 प्रतिशत की गिरावट आई। ऐसी रिपोर्ट सामने आई हैं कि बैंक ने ‘सूक्ष्म वित्त’ कारोबार में 600 करोड़ रुपये की विसंगतियों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक ऑडिट को लेकर ईवाई को नियुक्त किया है।
हालांकि, बैंक ने बाजार बंद होने के बाद शेयर बाजार को दी सूचना कहा कि उसने फॉरेंसिक ऑडिट के लिए ईवाई को नियुक्त नहीं किया है। लेकिन इसका आंतरिक लेखा परीक्षा विभाग (आईएडी) कुछ चिंताओं की जांच करने के लिए एमएफआई (माइक्रोफाइनेंस) कारोबार की समीक्षा कर रहा है।
इसके अलावा पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, इन्फोसिस और बजाज फिनसर्व में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।
जियोजीत इनवेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ट्रंप-फेडरल रिजर्व से संबंधित नकारात्मक वैश्विक धारणा के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बाजार ने उम्मीद बनाये रखी है। आरबीआई की नकदी कवरेज अनुपात में छूट से कर्ज वृद्धि की उम्मीद है। इससे वित्तीय क्षेत्र को गति मिलेगी। डॉलर के कमजोर होने तथा प्रतिस्पर्धी मूल्यांकन के कारण विदेशी पूंजी प्रवाह लगातार चौथे दिन बना हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, घरेलू वृहद आर्थिक स्थिति सुधर रही है। मुद्रास्फीति में कमी और आरबीआई के आगे नीतिगत दर में और कटौती की उम्मीद है। इससे कर्ज की लागत कम होगी और मांग में तेजी आएगी। इससे वित्त वर्ष 2025-26 में कंपनियों की आय बेहतर रहने की उम्मीद है।’’
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.82 प्रतिशत की बढ़त में रहा, जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप 0.81 प्रतिशत चढ़ा।
बीएसई के 2,477 शेयर लाभ में रहे, जबकि 1,504 शेयरों में गिरावट आई। 149 शेयर के भाव अपरिवर्तित रहे।
बीएसई सेंसेक्स नौ अप्रैल से 5,748.44 अंक यानी 7.78 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं निफ्टी 1,768.1 अंक यानी 7.89 प्रतिशत की बढ़त में रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,970.17 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख था। अमेरिकी बाजारों में सोमवार को गिरावट रही।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.61 प्रतिशत बढ़त के साथ 67.33 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई सेंसेक्स में सोमवार को 855.30 अंक की तेजी रही थी जबकि एनएसई निफ्टी 273.90 अंक के लाभ में रहा था।
भाषा रमण