तमिलनाडु में बारिश जारी, कावेरी डेल्टा क्षेत्रों में खड़ी फसलें प्रभावित
यासिर पवनेश
- 27 Nov 2024, 04:39 PM
- Updated: 04:39 PM
(तस्वीरों के साथ)
चेन्नई, 27 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु के कावेरी डेल्टा क्षेत्रों में बुधवार को भी बारिश जारी रहने से यहां धान की फसल प्रभावित हुई। विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने राज्य सरकार से किसानों को उचित राहत प्रदान करने का आग्रह किया।
तिरुवरूर, थिरुथुराईपोंडी, मुथुपेट्टई, मयिलादुथुराई और वेदारण्यम सहित कई स्थानों पर बारिश के कारण फसलें आंशिक रूप से और कई जगह पूरी तरह से जलमग्न हो गईं तथा किसानों के अनुमान के अनुसार कम से कम दो हजार एकड़ से अधिक भूमि पर तैयार खड़ी फसलें प्रभावित हुईं।
इसके अलावा, नागपट्टिनम (वेदारण्यम) और विल्लुपुरम (मरक्कनमन) जिलों में नमक उत्पादन वाले बड़े क्षेत्र जलमग्न हो गए।
अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने थिरुथुराईपोंडी (तिरुवरुर जिला) में 1,500 एकड़ धान की फसल प्रभावित होने की खबरों पर आश्चर्य व्यक्त किया और अधिकारियों द्वारा वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किए जाने तथा द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार से किसानों को उचित राहत प्रदान करने की मांग की।
किसान नेता पी. आर. पांडियन ने डेल्टा क्षेत्रों में नहरों और नदियों की उचित ढंग से सफाई नहीं किए जाने का आरोप लगाया है।
मंत्री टीआरबी राजा ने थिरुथुराईपोंडी में राहत शिविरों और क्षेत्र में जलमग्न फसलों का निरीक्षण किया, जबकि जिले के अधिकारियों ने भी प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया।
तिरुवरूर जिले के तरणगमपदी में एक पुराने घर के ढह जाने और जंबुवनोदय में धारगा के तालाब की दीवार गिरने सहित अन्य वर्षा जनित घटनाओं की सूचना मिली है। कुछ पेड़ों के बिजली के खंभों पर गिर जाने से बिजली आपूर्ति गुल हो गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की वर्षा संबंधी अद्यतन जानकारी के अनुसार, 26 नवंबर को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे के बीच नागपट्टिनम में 19 सेमी और चेन्नई में 13 सेमी सहित कई क्षेत्रों में बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई।
इसके अलावा, डेल्टा क्षेत्रों सहित विभिन्न स्थानों पर व्यापक रूप से भारी वर्षा हुई और राज्य के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई। डेल्टा जिलों और चेन्नई में भी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा राज्य की टीम को तैनात किया गया है।
बारिश के मद्देनजर तिरुवरूर, कुड्डालोर, नागपट्टिनम और मयिलादुथुराई जिलों में 27 नवंबर को स्कूलों और कॉलेज दोनों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है, जबकि चेन्नई, चेंगलपेट, अरियालुर और कांचीपुरम में केवल स्कूल ही बंद किए गए हैं।
आईएमडी के बुलेटिन के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव का क्षेत्र नागपट्टिनम से लगभग 470 किमी दक्षिण-पूर्व तथा चेन्नई से 670 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है।
गहरे दबाव का क्षेत्र 27 नवंबर को चक्रवात में तब्दील हो सकता है और कुड्डालोर तथा मयिलादुथुराई जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश तथा एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने के आसार हैं।
चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, अरियालुर, तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम और पुदुक्कोट्टई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
भाषा यासिर